Bareilly: प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद से माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पुलिस इनके करीबियों पर भी शिकंजा कसने लगी है. बरेली जेल में बंद पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ के साले सद्दाम और पूर्व मेयर प्रत्याशी लल्ला गद्दी की तलाश में पुलिस कई दिन से छापेमारी कर रही है.
बरेली के बारादरी थाने की एक टीम सद्दाम और लल्ला गद्दी की तलाश में नेपाल गई थी. मगर, काफी तलाश के बाद भी दोनों नहीं मिले. हालांकि, विश्वनीय सूत्रों की मानें तो दोनों ने नेपाल से ठिकाना बदल दिया है. यह टीम खाली हाथ लौट आई है. इसके बाद उत्तराखंड में दोनों की तलाश की जा रही है.
पुलिस आरोपियों के मोबाइल से लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश में है. मगर, बताया जाता है कि दोनों के मोबाइल बंद हैं. जेल में बंद अशरफ को वीआईपी फैसिलिटी मिलती थी. इसको लेकर भी एक अफसर पर गाज गिरने की उम्मीद है. हालांकि, जेल आरक्षी शिव हरि अवस्थी और ऑटो चालक को जेल भेजा जा चुका है. इसमें जेल आरक्षी शिव हरि अवस्थी पर बिना पर्ची लोगों की अशरफ से मुलाकात का आरोप है, जबकि ऑटो चालक सामान के साथ रुपये पहुंचाता था.
Also Read: उमेश पाल हत्याकांड: गुड्डू मुस्लिम की पश्चिमी यूपी में तलाश, शाइस्ता का मिला सुराग, ‘शेर-ए-अतीक’ पर अहम खुलासा
बरेली जेल में 35 महीने से बंद अशरफ का साला सद्दाम जेल में बहनोई की व्यवस्था कराता था. उसके साथ पूर्व मेयर प्रत्याशी लल्ला गद्दी भी रहता था. वह कई बार जेल में भी गया था. इनके खिलाफ एक एफआईआर बिथरी चैनपुर थाने में पहले ही हो चुकीं है. मगर, अब लल्ला गद्दी के खिलाफ बारादरी थाने में माफिया अतीक अहमद के नाम पर हजियापुर के एक प्लाट पर कब्जा कर रंगदारी मानने का आरोप है. बारादरी थाने में हाजियापुर निवासी जमाल ने लल्ला गद्दी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.
पूर्व विधायक अशरफ इलाहाबाद की नैनी जेल से 11 जुलाई 2020 को बरेली जेल में शिफ्ट हुआ था. जेल चौकी के इंचार्ज की तरफ से अशरफ, उसके साले सद्दाम, पूर्व मेयर प्रत्याशी लल्ला गद्दी, जेल आरक्षी शिव हरि अवस्थी, ऑटो चालक नन्हें उर्फ दयाराम के खिलाफ पिछले दिनों बिथरी चैनपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली