राउरकेला: दीवार पर लगे दीमक, शौचालय व कीचन हुए जर्जर, पेड़ के नीचे पढ़ रहे नौनिहाल
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2021-22 में 15 लाख 17 हजार 678 रुपये की लागत से बना आंगनबाड़ी केंद्र आज तक काम नहीं कर रहा है. शौचालय का काम पूरा हो चुका है. इस आंगनबाड़ी केंद्र में एक गेट है. गेट पर आंगनबाड़ी केंद्र लिखा है.
Rourkela News: राज्य सरकार की ओर से बच्चों को स्कूल भेजने और शिक्षा में सुधार के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही हैं. इन योजनाओं पर करोड़ों रुपयों की राशि खर्च हो चुकी है. बावजूद इसके शिक्षा व्यवस्था में कोई विशेष सुधार देखने को नहीं मिल रहा है. जिससे इन योजनाओं का लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है. नुआगांव ब्लॉक की बारीबेड़ा पंचायत में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की हालत देखकर इसे आसानी से समझा जा सकता है. आश्चर्य की बात यह है कि यहां पर नया आंगनबाड़ी केंद्र तो बना दिया गया है, लेकिन घटिया काम होने से यह नवनिर्मित केंद्र भी बच्चों के काम नहीं आ रहा है. यह केंद्र बाहर से तो चकाचक दिखता है, जबकि अंदर घटिया काम नजर आता है. जिससे इस केंद्र में पढ़नेवाले छोटे-छोटे बच्चों की पढ़ाई असुरक्षित स्थिति में खुले आसमान के नीचे चल रही है.
आंगनबाड़ी केंद्र आज तक नहीं कर रहा काम
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2021-22 में 15 लाख 17 हजार 678 रुपये की लागत से बना आंगनबाड़ी केंद्र आज तक काम नहीं कर रहा है. शौचालय का काम पूरा हो चुका है. इस आंगनबाड़ी केंद्र में एक गेट है. गेट पर आंगनबाड़ी केंद्र लिखा है. चारों तरफ बाउंड्री भी बनायी गयी है. यह बाहर से बहुत सुंदर दिखता है. रंग-बिरंगे चित्र भी बनाये गये हैं. फूल, फल, एबीसीडी वाले चित्र भी बने हैं. दीवार, टाइल्स भी लगी हुई है. वह भी टूटने वाली है. यही इसकी असली तस्वीर है. वहीं, भीतर जाकर देखने पर पता चलता है कि शौचालय में पैन में मिट्टी जमा हो गयी है. दीवार पर दीमक ने घर बना लिया है. किचन की हालत ठीक नहीं है. इसकी भी हालत जर्जर है. कुल मिलाकर यह आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों के लिए असुरक्षित है.
ठेकेदार के खिलाफ की जायेगी कार्रवाई
नुआगांव के बीडीओ ज्योतिप्रकाश दास ने बताया कि, मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. यदि ऐसा है तो सात दिन के अंदर आंगनबाडी केंद्र का काम पूरा कर लिया जायेगा. वहीं, यदि इसमें कोई भ्रष्टाचार हुआ होगा, तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.