सॉल्टलेक में इन दिनों मच्छरों का आतंक बढ़ने लगा है. इससे लोगों को डेंगू फैलने का भय सताने लगा है. इसलिए लोगों ने इस बारे में विधाननगर नगर निगम से तुरंत आवश्यक कदम उठाने का आवेदन भी किया है. बीडी ब्लॉक निवासी सुमित दत्त ने बताया कि शाम होते ही मच्छरों का आतंक इतना बढ़ जाता है कि घर का दरवाजा और खिड़कियां बंद करने पड़ रहे हैं. खाल के पास स्थित इलाकों में मच्छर और अधिक हो गये हैं.
एफडी ब्लॉक निवासी वैशाली सेनगुप्ता ने कहा कि मच्छर भगाने हर उपाय करने के बावजूद उनका प्रकोप कम नहीं हो रहा है.लोगों का कहना है कि परित्यक्त जगहों पर लगे कचरे के अंबार से यह स्थिति बनी है. इस संबंध में एंटोमोलॉजिस्ट देवाशीष विश्वास का कहना है कि अभी जो मच्छर उड़ रहे हैं, वे क्यूलेक्स प्रजाति के हैं. ये जन्म स्थान से पांच किलोमीटर तक आ-जा सकते हैं. लेकिन ये डेंगू या मलेरिया के वाहक नहीं है.
ये मच्छर मार्च तक मौजूद रहते हैं. डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर मई से आने शुरू हो जाते हैं. इसलिए अभी से ही अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है. वहीं, हाल ही में स्टेट अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने मच्छर जनित बीमारियों के दमन को लेकर विधाननगर नगर निगम के साथ बैठक की. बोरो-आधारित और वार्डआधारित टीम बनाकर उन क्षेत्रों को अतिरिक्त महत्व देने के लिए कहा गया है, जहां मच्छरों का प्रकोप अधिक है.
सॉल्टलेक के एई, एके, एडी, बीडी, ईई, सीके, एफडी, सीए ब्लॉक में मच्छरों का अधिक आतंक है. इन इलाकों के अधिकतर लोग मच्छरों से बचने के लिए शाम को अगरबत्ती, क्वायल आदि जला रहे हैं. बीडी ब्लॉक के दुकानदार विप्लव दत्ता ने कहा कि प्रतिदिन मच्छर मारने वाले 30 ऑयल, स्प्रे, क्वायेल की मांग है.
Also Read: कोलकाता नगर निगम के अधिकारी पी रहे हैं 35 हजार की चाय, पर रिटायर्ड कर्मियों को नहीं मिल रही समय पर पेंशन
विधाननगर नगर निगम का कहना है कि एक जनवरी से ही जंगल, झाड़ियों की साफ-सफाई शुरू कर दी गयी है, जो निरंतर जारी है. साथ ही लोगों को इस बारे में जागरूक किया जा रहा है कि वे कहीं भी पानी न जमने दें. मेयर परिषद के सदस्य (स्वास्थ्य) बाणीब्रत बंदोपाध्याय ने कहा कि हमारे कर्मचारी सक्रिय हैं. नियमित रूप से मच्छर मारने की दवा का छिड़काव किया जा रहा है.