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फरार जीजेएम प्रमुख बिमल गुरुंग ने एनडीए का छोड़ा साथ, विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को समर्थन देने का किया एलान

Bengal news, Kolkata news : दार्जिलिंग में वर्ष 2017 में अलग राज्य की मांग को लेकर हुए प्रदर्शनों के बाद से फरार चल रहे गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) प्रमुख बिमल गुरुंग को बुधवार को कोलकाता में पहुंचें और संवाददाता सम्मेलन कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को समर्थन देने का ऐलान किया. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गोरखालैंड को लेकर किये गये वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2020 8:11 PM
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Bengal news, Kolkata news : कोलकाता : दार्जिलिंग में वर्ष 2017 में अलग राज्य की मांग को लेकर हुए प्रदर्शनों के बाद से फरार चल रहे गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) प्रमुख बिमल गुरुंग को बुधवार को कोलकाता में पहुंचें और संवाददाता सम्मेलन कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को समर्थन देने का ऐलान किया. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गोरखालैंड को लेकर किये गये वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है.

पत्रकारों से बात करते हुए बिमल गुरुंग ने कहा कि वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में वह तृणमूल कांग्रेस को समर्थन करेंगे और चाहते हैं कि ममता बनर्जी तीसरी बार मुख्यमंत्री बनें. उन्होंने कहा कि गोरखालैंड (Gorkhaland) की मांग पर कायम हैं और गोरखालैंड का स्थायी राजनीतिक समाधान हो.

श्री गुरूंग ने मध्य कोलकाता के एक पांच सितारा होटल में जीजेएम के दूसरे फरार नेता रोशन गिरि की उपस्थिति में संवादादाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर बंगाल के जितने भी विधानसभा सीटें हैं. सभी पर परिश्रम कर तृणमूल कांग्रेस को जितायेंगे और ममता बनर्जी को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनायेंगे.

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उन्होंने कहा कि 3 वर्ष बाहर रह कर देखा कि वह जो बोलती हैं, वह करती हैं. वह ममता बनर्जी से आग्रह करना चाहते हैं कि गोरखालैंड का स्थायी राजनीतिक समाधान हो. उन्होंने कहा कि पहाड़, तराई एवं डूआर्स को उन्नति के लिए 2021 के लिए जी-जान से उनके साथ रहेंगे. मेरा मुख्य मुद्दा गोरखालैंड हैं, जो पार्टी समर्थन करेगी उसका समर्थन करेंगे. अभी राज्य सरकार से बातचीत नहीं हुई है, लेकिन संयुक्त रूप से शीघ्र ही संवाददाता सम्मेलन करेंगे.

उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई दुश्मन या दोस्ती नहीं होता है. कल भाजपा के साथ था. वह मुद्दा के लिए काम नहीं किया, इस कारण उसके साथ नहीं हूं. यह पूछे जाने पर उनके खिलाफ काफी मामले लंबित हैं, श्री गुरुंग ने कहा कि मैं अपराधी नहीं हूं, मैं देशद्रोही नहीं हूं. मैं आतंकवादी नहीं हूं. मैं एक राजनीति नेता हूं. मैं चाहता हूं कि मेरे मामले का भी राजनीतिक समाधान हो.

वर्ष 2021 के चुनाव में भाजपा को जवाब देना चाहता हूं. तीसरी बार ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री बनाना चाहता हूं. मैं अपनी पार्टी एवं जाति के लिए 3 साल बाहर रहा. इस दौरान मैं दिल्ली में था. 2 माह से झारखंड में था. मेरा मकसद है कि गोरखालैंड की मांग पूरा हो. यदि मुझे गिरफ्तार करके ले जायेंगे, तो भी खुश रहूंगा. जेल के अंदर से अपनी मांग करूंगा.

उल्लेखनीय है कि गुरुंग पर 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. इनमें गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज मामले भी शामिल हैं. श्री गुरुंग दोपहर को गोरखा भवन के अधिकारियों ने गुरुंग को अंदर आने नहीं दिया, जिसके बाद गुरुंग को कार में इंतजार करते देखा गया और बाद में वह वहां से चले गये.

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गौरतलब है कि वर्ष 2017 में दार्जिलिंग में हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद से पहली बार जीजेएम नेता को देखा गया है. गिरफ्तारी के बचने के लिए वह फरार चल रहे थे. लोकसभा चुनाव में गुरुंग ने भाजपा को समर्थन किया था. इसका लाभ भी भाजपा को लोकसभा चुनाव में मिला था और दार्जिलिंग सीट भाजपा जीत गयी थी.

Posted By : Samir Ranjan.

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