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भारी विरोध के बाद कोडरमा में गौशाला चहारदीवारी निर्माण कार्य रुका, सोमवार से समिति के सदस्य देंगे धरना

jharkhand news: कोडरमा के यदुटांड स्थित गौशाला परिसर की जमीन की चाहरदीवारी निर्माण कार्य ग्रामीणों के विरोध के कारण बंद करना पड़ा. पिछले 7 दिनों से SDO के आदेश पर निर्माण कार्य हो रहा था. पर, अब समिति के सदस्य सोमवार से विरोध प्रदर्शन करेंगे.

Jharkhand news: कोडरमा जिला अंतर्गत झुमरीतिलैया थाना क्षेत्र के यदुटांड स्थित गौशाला परिसर की जमीन पर चल रहे चहारदीवारी निर्माण का कार्य शनिवार को ग्रामीणों के विरोध के बाद बंद करना पड़ा. पिछले 7 दिनों से यहां समिति के पदाधिकारियों के साथ ही प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी की मौजूदगी में निर्माण कार्य जारी था. इसी बीच शनिवार को निर्माण स्थल पर स्थानीय महिलाओं ने विरोध जताते हुए कार्य बंद करने की बात कही. समिति के पदाधिकारियों ने जब विरोध का कारण पूछा, तो महिलाएं एवं स्थानीय लोग उग्र होकर हाथों में पत्थर आदि लेकर लड़ने को आतुर हो गये. कुछ लोगों ने समिति के पदाधिकारियों पर पत्थर भी बरसा दिये. ऐसे में समिति के पदाधिकारियों ने खुद को असुरक्षित पाकर निर्माण कार्य बंद कर दिया.

शुुरुआत में ग्रामीणों ने जताया था विरोध

मालूम हो कि गत रविवार को एसडीओ मनीष कुमार के आदेश के बाद चहारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. सीओ अनिल कुमार की उपस्थिति में अंचल के कर्मियों द्वारा गौशाला समिति की जमीन की नापी करने के बाद जमीन को चिह्नित कर चाहरदीवारी का कार्य शुरू कराया था. हालांकि, शुरुआत में भी स्थानीय कुछ ग्रामीणों ने चाहरदीवारी निर्माण कार्य का विरोध किया था.

पुलिस ने ग्रामीणों को समझाया

इसके बाद काम शुरू होने के बाद हर दिन लगातार ग्रामीणों द्वारा विरोध करके कुछ घंटे के लिए काम को बंद करा दिया जा रहा था. इस दौरान पुलिस द्वारा विरोध कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराकर कार्य को शुरू कराया जा रहा था, लेकिन पुलिस की अनुपस्थिति में ग्रामीण दोबारा से काम को बंद करवा दे रहे थे. गुरुवार और शुक्रवार को ग्रामीणों द्वारा निर्माण कार्य का कोई विरोध नहीं किया गया. इससे समिति ने शांतिपूर्वक दो दिनों तक कार्य को संपन्न कराया था.

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ग्रामीणों का विरोध जारी

इस बीच शनिवार की सुबह काम शुरू होने के बाद कुछ स्थानीय ग्रामीण चहारदीवारी निर्माण स्थल पर पहुंच कर अंचलाधिकारी द्वारा चिह्नित जमीन पर समिति द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्य को अपनी जमीन बताकर विरोध करते हुए काम को बंद करा दिया. इसके बाद समिति द्वारा विरोध वाले हिस्से को छोड़कर दूसरे हिस्से में चहारदीवारी निर्माण कार्य कराया जा रहा था. इस पर ग्रामीणों का एक बार फिर से विरोध शुरू हो गया. विरोध के दौरान कुछ ग्रामीण निर्माण स्थल के कार्य को अपना बता रहे थे, तो कुछ ग्रामीणों द्वारा यह कहकर विरोध किया जा रहा था कि उनके बच्चे इस खाली जमीन पर खेलते हैं और पशु चरते भी हैं.

चहारदीवारी निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप

इस पर गौशाला समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि एसडीओ के नेतृत्व में सीओ द्वारा चिह्नित किये गये जमीन पर समिति द्वारा काम कराया जा रहा है. अगर जमीन को लेकर कोई विवाद है, तो सीओ एवं एसडीओ के समक्ष विधिवत तरीके से अपनी बातों को रखें. इस पर ग्रामीणों ने कहा कि उनकी बात कही नहीं सुनी जा रही है. इसलिए वे लोग काम नहीं होने देंगे. ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद गौशाला समिति द्वारा कराये जा रहे चहारदीवारी निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप हो गया.

सहयोग नहीं करने का आरोप

कार्य बंद होने के बाद श्री गौशाला समिति द्वारा गौशाला परिसर में अध्यक्ष प्रदीप केडिया की अध्यक्षता में आपात बैठक हुई. बैठक में कहा गया कि असामाजिक तत्व और भू-माफिया द्वारा गौशाला समिति की जमीन पर कई हिस्सों में कब्जा कर लिया गया है. 25 एकड़ जमीन में से समिति के पास फिलहाल मात्र 15 एकड़ जमीन बची है. समिति उसे सुरक्षित रखने के लिए एसडीओ के निर्देश पर चहारदीवारी निर्माण का कार्य करवा रही है. पर, स्थानीय लोग लगातार बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. इससे समिति को हर दिन मजदूरी भुगतान एवं मेटेरियल बर्बाद होने पर 50 हजार रुपये का भारी नुकसान हो रहा है.

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सोमवार से गौशाला समिति के सदस्य देंगे धरना

अध्यक्ष श्री केडिया ने बताया कि एसडीओ के निर्देश के बावजूद निर्माण कार्य में पुलिस का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. आपात बैठक के दौरान सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि चहारदीवारी निर्माण कार्य के दौरान पुलिस प्रशासन का सहयोग नहीं मिलने के विरोध में सोमवार से लगातार 3 दिनों तक समिति के सभी पदाधिकारी और सदस्य शहर के झंडा चौक पर धरना पर बैठेंगे. इन 3 दिनों के अंदर यदि जिला प्रशासन द्वारा चहारदीवारी निर्माण स्थल पर पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने पर कोई विचार नहीं किया जायेगा, तो सभी पदाधिकारी अपना इस्तीफा देते हुए समिति को भंग करके गौशाला की चाभी एसडीओ सह गौशाला समिति के पदेन अध्यक्ष को सौंप देंगे. इसके बाद गौशाला संचालन की पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.

बैठक में इनकी रही उपस्थिति

इस मौके पर समिति के सचिव ओम प्रकाश खेतान, संयुक्त सह सचिव सरदार अवतार सिंह, कोषाध्यक्ष अविनाश सेठ, हिमांशु केडिया, संजय जैन, संदीप हिसारिया, जगदीश संघई, निवर्तमान पार्षद विशाल सिंह, पवन चौधरी, सुदीप्तो घोष, संजय सिंह, राजेश सिंह, विनोद विश्वकर्मा आदि मौजूद थे.

Posted By: Samir Ranjan.

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