Jharkhand News : साहिबगंज (नवीन कुमार) : साहिबगंज-मनिहारी अंतराज्यीय फेरी सेवा बंदोबस्ती करीब छह माह से लंबित है. इससे साहिबगंज के कारोबारी व यात्री काफी परेशान हैं. इससे करोड़ों का कारोबार प्रभावित हो रहा है. इस बीच लोग जान जोखिम में डालकर मोटर बोट से व्यवसाय व यात्रा कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी है.
साहिबगंज-मनिहारी अंतराज्यीय फेरी सेवा की बंदोबस्ती नहीं होने से बिहार के कटिहार स्थति मनिहारी जाकर कारोबार करने में लोगों को परेशानी हो रही है. इस बीच लोग अपनी जान जोखिम में डालकर साहिबगंज से मनिहारी व मनिहारी से साहिबगंज मोटर चालित नाव में आना-जाना कर रहे हैं.
गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, फिर भी लोग जहाज नहीं चलने से जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं. झारखंड के लोग मनिहारी (कटिहार) सहित अन्य जगह जाने के लिए गंगा पार करके मनिहारी होकर अपने गंतव्य स्थल को जाते हैं. बिहार के लोग झारखंड सहित अन्य जगह जाने के लिए गंगा पार करके जाते हैं. वर्षों से गंगा का रास्ता बिहार के मनिहारी और झारखंड के साहिबगंज जिले को जोड़ता है.
स्टीमर, एलसीटी, कार्गो जहाज से इस क्षेत्र में यात्री सेवा के साथ साथ फेरी सेवा भी दी जाती है. फेरी सेवा के जरिये व्यापारी पत्थर सहित अन्य सामग्री बिहार ले जाकर बेचते हैं. बंदोबस्ती नहीं होने से फेरी सेवा और यात्री सेवा बंद है. लॉकडाउन के कारण यात्री सेवा को भी बंद किया गया था. 25 मार्च से देशभर में लॉकडाउन लगने से बंदोबस्ती अधर में लटक गयी थी.
अनलॉक में रेल, सड़क सभी मार्ग धीरे-धीरे खुल रहे हैं, लेकिन जलमार्ग को अभी तक नहीं खोला गया है. न ही बंदोबस्ती की जा रही है. इससे बिहार के कटिहार सहित उत्तर भारत की दूरी झारखंड से बढ़ गयी है. मार्च में राजस्व का हवाला देते हुए बंदोबस्ती को बंद किया गया था.
साहिबगंज-मनिहारी अंतराज्यीय यात्री व फेरी सेवा बंदोबस्ती का मामला पिछले लगभग छह माह से अधर में लटका हुआ है. इससे व्यापारियों को अब तक करोड़ों का नुकसान हो चुका है. आम लोग भी जान जोखिम में डालकर साहिबगंज-मनिहारी यात्रा करने को विवश हैं.
रोटेशन सिस्टम के तहत दो-दो साल के लिए फेरी व यात्री सेवा की बंदोबस्ती बिहार-झारखंड सरकार द्वारा की जाती है. 2020-22 के लिए झारखंड के साहिबगंज जिला प्रशासन को बंदोबस्ती करना है. मार्च में टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने के बाद अंतिम क्षण में संथाल परगना आयुक्त ने राजस्व समीक्षा का मामला बताते हुए इसे रद्द कर दिया था.
अपर समाहर्ता अनुज कुमार प्रसाद ने कहा कि फेरी सेवा के लिए 6 घाटों की बंदोबस्ती की जानी है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से परिवहन विभाग से अनुमति मांगी गयी है. अनुमति मिलते ही बंदोबस्ती प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी. साहिबगंज-मनिहारी अंतराज्यीय यात्री सेवा कोरोना के कारण बंद है, जो भी अवैध तरीके से यात्रियों को लेकर झारखंड- बिहार आ जा रहे हैं, उनपर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
Posted By : Guru Swarup Mishra