गोरखपुर : एम्बुलेंस में शव लेकर बुधवार की शाम को एक पीड़ित परिवार गोरखपुर से 270 किलोमीटर का सफर तय करके सीएम आवास लखनऊ पहुंचा. शव के साथ परिवार वालों को देख पुलिस के हाथ पांव फूल गए. पुलिस पीड़ित परिवार को लेकर गौतमपल्ली थाने आई. जहां पर परिवार के लोगों ने लगभग हंगामा किया. परिवार वालों का आरोप है कि 29 अक्टूबर को 2023 को घर में शादी थी. उसी दिन गांव के दबंग ने बेटी का किडनैप करके रेप किया. जिसके बाद तहरीर मिलने पर पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इसी मामले में आरोपित के पिता अजय और अन्य लोग सुलह करने का दबाव के लिए धमकी दे रहे थे. सुलह करने के लिए नहीं मानने पर 24 अक्टूबर की शाम को नामजद आरोपित और उसके साथी लाठी ,डंडा और राड के साथ उनके घर में घुस गए और भाई गौतम पर हमला कर दिया. शोर सुनकर जब उनकी पत्नी तारा और मां गुलइचा पहुंची तो आरोपियों ने उन्हें भी मारा पीटा घायल अवस्था में गौतम को सीएचसी पहुंचाया गया जहां डॉक्टरो ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया.घायल गौतम की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया.
लखनऊ में पीड़ित परिवार ने कहा कि दबंग प्रधान के बेटे ने बेटी से रेप किया. गोरखपुर के सभी पुलिस अधिकारियों के सामने हम लोगों ने गुहार लगाई किसी ने हमारी सुनवाई तक नहीं की. जिसके बाद मजबूर होकर हम लोगों को लखनऊ आना पड़ा.अब बाबा योगी ही हमारी सुनवाई कराएंगे.हम लोगों को कैद करके जबरन थाने ले जाया गया. हमें न्याय चाहिए. बुधवार के देर रात गोरखपुर पुलिस लखनऊ के गौतम पल्ली थाने पहुंची.पीड़ित परिवार के परिजनों को आरोपियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन देते हुए उन्हें वापस गोरखपुर लाया गया.फिलहाल गोरखपुर पुलिस ने इस मामले में प्रधान के बेटे और अन्य को गिरफ्तार किया है.
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पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने मुकदमे को हल्का बना दिया गया है. FIR करने के बाद भी दबंग प्रधान अपने गुगों को हमारे घर भेजता रहा .धमकता था कि समझौता कर लो नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा. तुम्हारे बेटे का अपहरण करवा लूंगा .तुम्हारे पति को गोली मार दूंगा .चार महीने तक एप्लीकेशन लेकर हम लोग थाने से लेकर पुलिस के बड़े अधिकारियों के पास गए. लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी.उनका आरोप है की दशहरे के दिन सब लोग मेला देखने गए थे.इस दौरान प्रधान और उसके साथियों ने घर पर धावा बोल दिया और लड़के के चाचा को मौत के घाट उतार दिया.गोरखपुर में हत्या की शिकायत की लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की. इसी वजह से हम लोगों को लखनऊ आना पड़ा.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप