कोलकाता. राज्य में गुरुवार से माध्यमिक परीक्षा शुरू हो गई है. लेकिन इस बार माध्यमिक परीक्षार्थियों की संख्या में भारी कमी दर्ज की गयी है. इसे लेकर कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश विश्वजीत बसु ने चिंता जाहिर की है. बुधवार को एक मामले की सुनवाई के दौरान उन्होंने राज्य के महाधिवक्ता सौमेंद्रनाथ मुखर्जी से कहा कि जिस तरह से माध्यमिक परीक्षार्थियों की संख्या कम हो रही है, उसे देखते हुए राज्य सरकार को अतिरिक्त सतर्क होना होगा. पाठ्यक्रम ठीक करने की जरूरत है. अगर इसे समय रहते ठीक नहीं किया गया, तो समस्या और बढ़ेगी. आपलोगों को इस ओर जरूर ध्यान देना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि इस साल केवल छह लाख 98 हजार 724 छात्र-छात्राएं माध्यमिक परीक्षा देंगे. हर साल यह संख्या 10 लाख से अधिक रहती थी. इसे लेकर न्यायाधीश ने कहा कि इस साल चार लाख परीक्षार्थियों की संख्या कम हो गयी है. ऐसा क्यों हुआ, यह राज्य सरकार को सोचना होगा. नये सिरे से शिक्षकों की नियुक्ति की बात राज्य सरकार कर रही है, लेकिन शिक्षक किसे पढ़ायेंगे? उल्लेखनीय है कि राज्य में नौवीं और 10वीं में शिक्षकों की नियुक्ति में धांधली का मामला न्यायमूर्ति बसु की एकल पीठ में चल रहा है. बुधवार को भी उसी मामले की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने उक्त टिप्पणी की.
कोलकाता में आज से शुरू होने वाले माध्यमिक परीक्षा में 6 लाख 98 हजार 724 स्टूडेंट्स बैठेंगे. हालांकि अगर पिछले साल से छात्रों की तुलना की जाए तो इस बार यह चार लाख कम है. पिछले वर्ष 2022 में 10,98,775 स्टूडेंट्स ने एग्जाम में भाग लिया था. माध्यमिक परीक्षा का संचालन सुचारू रुप से करने के लिए 2867 एग्जाम केंद्र बनाए गए हैं. वहीं एग्जाम सेंटर पर नकल को रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी. माध्यमिक परीधा के लिए 40,000 परीक्षक व 1153 हेड एक्जामिनर तैनात किये गये हैं.