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AGRA News : थानेदार – आईओ ने जांच में सामूहिक दुष्कर्म की धारा हटाई, एसीपी की रिपोर्ट के बाद जांच बैठी

आगरा के थाना ट्रांस यमुना एसओ और विवेचक पर मुकदमे से सामूहिक दुष्कर्म की धारा हटाने के मामले में एसीपी छत्ता ने उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट प्रस्तुत की थी. इसके बाद डीसीपी सिटी ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 20, 2023 5:00 PM
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आगरा. थाना ट्रांस यमुना के थानेदार और जांच अधिकारी (विवेचक) पर मुकदमे से सामूहिक दुष्कर्म की धारा हटाने के मामले में जांच बैठ गई है. आगरा के थाना ट्रांस यमुना प्रभारी और विवेचक पर विवेचना में लापरवाही बरतने पर एसीपी छत्ता की रिपोर्ट के आधार पर डीसीपी ने जांच शुरू की है. इन पर आरोप लगा है की विवेचना में सामूहिक दुष्कर्म की धारा बढ़ाई गई थी. जिसके बाद चार्जसीट में उस धारा को हटा दिया गया. वहीं थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र में हुए एक मर्डर में पूछताछ के लिए थाने बुलाए गए व्यक्ति को छुड़वाने के नाम पर तीन आरोपियों ने पत्रकार बनकर हजारों रुपए की ठगी की. जिसमें पुलिस ने चौथ वसूली का मुकदमा दर्ज किया है. बता दें ट्रांस यमुना इलाके की एक युवती 17 जून को लापता हुई थी. इस संबंध में 12 जुलाई को थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ. मुकदमे के तीन दिन बाद युवती को बरामद कर लिया गया. जिसमें उसने बताया कि उसे फिरोजाबाद के होटल में रखा गया और युवती ने कोचिंग संचालक सहित तीन लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया. ऐसे में विवेचक ने सामूहिक दुष्कर्म की धारा की वृद्धि की. लेकिन जब चार्जशीट लगाई तो धारा को हटा दिया गया. युवती के परिजनों ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की.


पुलिस ने एक आरोपी को बचाने के लिए मांगे ₹ 50000

इस मुकदमे की चार्जशीट एसीपी छत्ता आरके सिंह के पास पहुंची तो उन्होंने धारा का लोप करने पर सवाल उठाए. और कहा कि अगर आरोप सही नहीं थे तो धारा क्यों लगाई गई. इसके बाद बेलनगंज चौकी प्रभारी ने इस मामले की जांच की. जिसमें विवेचक की लापरवाही के लिए थाना अध्यक्ष को जिम्मेदार माना और एसीपी छत्ता ने अपनी रिपोर्ट डीसीपी को सौंप दी.थाना ट्रांस यमुना में तीन लोगों के खिलाफ चौथ वसूली का मुकदमा दर्ज किया गया है. इन लोगों पर आरोप है कि लखन मर्डर केस में पूछताछ के लिए थाने पर ले गए एक व्यक्ति को बचाने के लिए उसके भाई से करीब ₹50000 की मांग की. लेकिन पीड़ित ने जब पैसे ना होने की बात कही तो उसे और उसकी पत्नी को जेल जाने का डर दिखाकर ₹40000 ले लिए. इसके बाद पीड़ित को किसी से इस बारे में शिकायत करने पर न्यूज़ में खबर निकालकर फसाने की धमकी दी गई. इसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत थाना ट्रांस यमुना में की.

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थाना ट्रांस यमुना प्रभारी सुमनेश विकल का कहना है कि शिकायतकर्ता योगेश की शिकायत के आधार पर अनिल चौधरी, मनोज कुमार और रूपेंद्र चौधरी के खिलाफ चौथ वसूली का मुकदमा दर्ज किया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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