Jharkhand News (अजय ठाकुर, चौपारण, हजारीबाग) : झारखंड के हजारीबाग जिला अंतर्गत चौपारण प्रखंड के चतरा रोड स्थित बरही विधायक उमा शंकर अकेला यादव के आवास को रविवार को दर्जनों गांव से आये भूमिहीन दलित परिवार के लोगों ने घेराव किया. साथ ही आवास के मुख्य गेट में ताला जड़कर वहीं धरना पर बैठ गये. जिससे कुछ देर के लिए अपने ही घर में विधायक अकेला बंधक बन गये. आवास का घेराव कर रही भूमिहीन घर बनाने के लिए जमीन का पट्टा एवं रहने के लिए सरकारी आवास का मांग कर रहे थे. इस दौरान एसडीओ के समझाने के बाद भूमिहीन शांत हुए.
अति उग्रवाद पंचायत दैहर पंचायत के भदान, कैरी पिपराही, लालकिसुन चक इचाक सहित दर्जन भर गांव के लोग अपनी मांग को लेकर अहले सुबहे विधायक आवास के पास पहुंच गये थे. भूमिहीन ग्रामीणों ने बताया कि 5 पीढ़ी से उनका परिवार जमीन के अभाव में वन भूमि पर झोपड़ी व मिट्टी का मकान बना कर रहते आ रहे हैं.
वन भूमि पर होने के कारण विभाग द्वारा कई बार उनके घर को ध्वस्त कर उन्हें बेघर कर दिया. 4 साल पूर्व कई मकानों को अवैध घोषित करते हुए ढाह दिया गया था. जंगल में होने कारण कई बार उन्हें जंगली जानवरों के आतंक का भी सामना करना पड़ा है. ग्रामीणों ने बताया कि उनके पास अपनी जमीन नहीं रहने के कारण सरकार की जन कल्याणकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाता है.
Also Read: Jharkhand Crime News : हजारीबाग में खुद को SBI कर्मी बताकर महिला ने 3 निवेशक से की 25 लाख की ठगी, जानें पूरा मामलाग्रामीण पूरन भुइयां ने बताया कि हमारे पीढ़ी दर पीढ़ी गरीबी एवं लाचारी में जीते आ रहे हैं. कभी जंगली जानवर हाथी घर गिरा देता है, तो कभी वन विभाग और कभी प्राकृतिक घटनाएं जैसे- आंधी- तूफान से घर क्षतिग्रस्त हो जाता है. उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल गुजर रहा है. फिर भी हमलोग आश्वासनों पर ही जी रहे हैं. मजबूर होकर विधायक आवास का घेराव किया. आखिर कितनी पीढ़ियों को इसी तरह जीना पड़ेगा.
विधायक आवास घेराव की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे एसडीओ ने कहा 200 से ज्यादा भूमिहीनों को जमीन का पट्टा दिया जा चुका है. वन विभाग की जमीन का पट्टा अनुमंडल से नहीं मिल सकता. इसके लिए कई प्रोसेस से गुजरना पड़ेगा. आपकी मांग पर नियम संगत जमीन का पट्टा दिया जायेगा. एसडीओ ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया. उनके साथ डीएसपी नाजीर अख्तर, सीओ गौरी शंकर प्रसाद, सर्किल इंस्पेक्टर रोहित सिंह, थाना प्रभारी विनोद तिर्की सहित काफी संख्या में पुलिस बल के जवान शामिल थे.
इस संबंध में विधायक उमा शंकर अकेला ने कहा कि विधानसभा सत्र 2010 एवं 2020- 21 में कई बार भूमिहीनों को जमीन का पट्टा देने की मांग उठाया है. दो साल से कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण मुख्यमंत्री से बात नहीं हो सकी है. उनसे मिल कर इनकी मांगों को गंभीरता से रखेंगे.
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