नाम, आधार नंबर किसान का, पर किसान सम्मान निधि जा रही दूसरे के खाते में!
नाम, फोटो, आधार नंबर किसान का, लेकिन प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की राशि दूसरे के खाते में जा रही है. यह खेल एक वर्ष से भी अधिक समय से चल रहा है. कुछ ने स्थानीय स्तर पर, तो कुछ ने राज्य स्तर तक इसकी शिकायत की.
संजीव झा, धनबाद : नाम, फोटो, आधार नंबर किसान का, लेकिन प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की राशि दूसरे के खाते में जा रही है. यह खेल एक वर्ष से भी अधिक समय से चल रहा है. कुछ ने स्थानीय स्तर पर, तो कुछ ने राज्य स्तर तक इसकी शिकायत की. एक-दो खातों पर राज्य स्तर से रोक भी लगायी गयी है. जानकार बताते हैं कि अगर पूरे मामले की जांच हो, तो करोड़ों रुपये के हेर-फेर का खुलासा हो सकता है. यह लापरवाही है या फिर साइबर अपराधियाें की करतूत, इसकी भी विस्तृत जांच जरूरी है.
क्या है पूरा मामला : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने किसानों को राहत पहुंचाने के लिए की थी. इसके तहत किसानों को प्रति वर्ष छह हजार रुपये दिये जाते हैं. किसानों को इस वर्ष से तीन किश्त में दो-दो हजार रुपये दिये जा रहे हैं. जिन किसानों का बकाया है, उन्हें पांच किश्त तक में राशि का भुगतान हुआ है.
गोविंदपुर अंचल में कई ऐसे मामले सामने आये हैं, जिसमें नाम, आधार नंबर व फोटो तो यहां के किसान का है, लेकिन बैंक खाता नंबर किसी और का है. राशि भी उसी खाते में जा रही है. कैसे खाता खुला और कैसे उस खाते को यहां के किसान के आधार नंबर से अटैच किया गया, यह जांच का विषय है. किसान जब ऑनलाइन चेक करते हैं, तो उसमें बैंक खाता नंबर का अंतिम चार डिजिट दिखाया जाता है. स्टेटस में कब-कब राशि का भुगतान हुआ है, यह भी दिखाया जा रहा है.
धनबाद में 65 हजार किसान निबंधित : धनबाद जिले में लगभग 65 हजार किसान निबंधित हैं. हालांकि, पीएम सम्मान निधि व सीएम कृषि आशीर्वाद योजना के तहत आज भी बहुत सारे किसानों को कोई सहायता राशि नहीं मिल रही है. सूत्रों के अनुसार पीएम किसान सम्मान निधि योजना व सीएम कृषि आशीर्वाद योजना में किसानों से आधार कार्ड, फोटो सहित सारा रिकॉर्ड लेकर इंटरनेट पर अपलोड किया गया. अब किसानों का डाटा कहां से और कैसे लीक हुआ, यह जांच का विषय है. जिन बैंक खातों में दूसरे की राशि ट्रांसफर हुई है, उसका भी ब्योरा निकालने से भी मामले की तह तक पहुंचा जा सकता है.
अगर किसान के नाम पर किसी दूसरे के खाते में राशि जा रही है, तो यह गंभीर मामला है. जिन किसानों ने शिकायत की है, उनकी जांच करायी जायेगी. साथ ही सभी किसानों को जल्द से जल्द किसान सम्मान निधि की राशि दिलाने की कोशिश होगी.
श्याम नारायण राम, अपर समाहर्ता.
साइबर अपराध या लापरवाही, बड़ा सवाल
नाम : उज्जवल पांडेय. खाता नंबर एसबीआइ …..1057, निबंधन तिथि -21.02.2019. इनके खाते में 23 फरवरी, 2019 से 13 मई 2020 के बीच पांच बार राशि का भुगतान हुआ है. श्री पांडेय के अनुसार उनके खाते में एक बार भी राशि नहीं आयी है. जो खाता नंबर साइट पर दिख रहा है, वह उनका नहीं है. इसकी शिकायत गोविंदपुर अंचल कार्यालय में की गयी है.
नाम : जगेश्वर महतो. खाता नंबर….7367 (इलाहाबाद बैंक). निबंधन 21.02.2019. पहली किश्त की राशि 23 फरवरी, 2019 को आयी, पर इनके खाते में नहीं. उन्होंने राशि नहीं मिलने की शिकायत स्टेट हेल्प लाइन नंबर 181 पर की. इसके बाद उनके खाते में राशि का भुगतान रोक दिया गया. यह रोक आज की तिथि में भी लागू है. उन्होंने कई स्तर पर न्याय की गुहार लगायी है, लेकिन अभी तक एक भी पैसा नहीं मिला है.
नाम : नारायण साव, खाता नंबर… 0936 (इलाहाबाद बैंक). निबंधन तिथि -22.02.2019. इनके खाता में फरवरी 2019 से अप्रैल 2020 के बीच पांच बार राशि का भुगतान हुआ है. सिर्फ एक बार उन्हें राशि मिली है. चार बार की राशि किसी दूसरे के खाता में ट्रांसफर होने की शिकायत गोविंदपुर अंचल कार्यालय में करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
नाम- नवल किशोर पांडेय, खाता नंबर–3629 (एसबीआइ). निबंधन तिथि-21.02.2019. इस खाते में पहले किश्त का भुगतान 23.02.2019 को हुआ. उनको पता चला, तो स्टेट हेल्पलाइन नंबर 181 पर शिकायत की. उसके बाद इस खाते में भुगतान रोक दिया गया. आज भी इस खाते पर रोक बरकरार है. उन्होंने कई बार यहां के अधिकारियों से शिकायत भी की, लेकिन, अब तक सम्मान निधि के नाम पर कोई राशि नहीं मिली है.
posted by : Pritish sahay