साहिबगंज जिले में वीर शहीद सिदो कान्हू की जन्मस्थली भोगनाडीह में सिदो कान्हू के वंशज भादो मुर्मू नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. कॉलेज के लिए जमीन देनेवाली मंझली टुडू को भी काम से हटा दिया गया है. एक अन्य महिला को भी काम से बाहर कर दिया गया है. तीनों पीड़ितों ने उपायुक्त चितरंजन कुमार से शिकायत की है. उन्होंने इस मामले में जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
सिदो कान्हू के छठे वंशज मंडल मुर्मू अपने कुल में सबसे ज्यादा पढ़े लिखे हैं. उन्होंने बताया कि मेरे चाचा भादो मुर्मू, पिता स्व. होपना मुर्मू 2019 से नर्सिंग कौशल कॉलेज, भोगनाडीह में रसोइया के पद पर काम कर रहे थे, लेकिन उन्हें अब काम से हटा दिया गया है. भादो मुर्मू छुट्टी लेकर तबीयत खराब होने पर इलाज कराने गये थे.
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नर्सिंग कौशल कॉलेज के लिए जमीन दान देने वाली मंझली टुडू सफाईकर्मी के रूप में कार्यरत थीं. उन्हें पैसा भी नहीं दिया गया है और काम से हटा दिया गया. एक अन्य सफाईकर्मी पिंकी देवी की तबीयत खराब हो गयी थी. इलाज के लिए छुट्टी ली थी. ठीक होने के बाद जब काम करने गयीं, तो उन्हें भी काम करने से मना कर दिया गया. इससे अब तीनों को घर-परिवार चलाना मुश्किल हो गया है.
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सफाईकर्मी पिंकी देवी ने कहा कि पति नहीं हैं. काम करके ही घर- परिवार संभालते थे. अब आर्थिक तंगी और घर परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. सरकार शहीद के वंशजों के लिए कई घोषणाएं और वादे करती है, लेकिन जमीना हकीकत यही है कि आज भी शहीद सिदो कान्हू, चांद भैरव, फूलो झानो के वंशज घर-परिवार चलाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं.
साहिबगंज के उपायुक्त चितरंजन कुमार ने कहा कि इस संदर्भ में आवेदन मिला है. मामले की जानकारी ली जा रही है. जल्द ही कार्रवाई की जायेगी. शहीद के परिजनों को जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है.
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Posted By : Guru Swarup Mishra