राजधनवार रेफरल अस्पताल में मरीज के परिजनों ने डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी को पीटा
राजधनवार रेफरल अस्पताल में एक महिला मरीज के परिजनों ने डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के साथ मारपीट तथा गाली-गलौज की. अस्पताल के डॉ पंकज प्रसाद वर्मा ने धनवार थाना में लिखित शिकायत कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
Giridih News: राजधनवार रेफरल अस्पताल में एक महिला मरीज के परिजनों ने डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के साथ मारपीट तथा गाली-गलौज की. अस्पताल के डॉ पंकज प्रसाद वर्मा ने धनवार थाना में लिखित शिकायत कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
क्या है घटनाक्रम
बताया जाता है कि मंगलवार की रात लगभग नौ बजे धनवार प्रखंड के जेरूवाडीह निवासी दिगंबर सिंह की पत्नी बैजंती देवी (50 वर्ष) को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया गया. डॉ पंकज प्रसाद वर्मा ने मरीज का इलाज करने के बाद स्थिति खराब देख उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया. इस पर मरीज के परिजनों ने चिकित्सक से बहस शुरू कर दी और उत्तेजित होकर मारपीट करने लगे.
आपातकालीन रजिस्टर को फाड़ा
बीच-बचाव करने पहुंचे अस्पताल के कर्मचारी के साथ भी मारपीट की. मरीज के एक परिजन, जिसे वे पिंटू या बिल्टू सिंह कहकर पुकार रहे थे, उसने स्टूल उठाकर चिकित्सक पर फेंक दिया. वहीं एक व्यक्ति ने आपातकालीन रजिस्टर को फाड़ दिया. घटना की सूचना जब धनवार थाना को दी गयी, तो सभी आरोपी मरीज को लेकर ममता वाहन से निकल गये. डॉ पंकज प्रसाद वर्मा ने तीन-चार लोगों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है.
गिरिडीह में हुई विधानसभा प्रश्न व ध्यानाकर्षण समिति की बैठक
झारखंड विधानसभा की प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति एकदिवसीय दौरे पर गिरिडीह पहुंची. इस दौरान परिसदन में अधिकारियों के साथ विकास कार्यों को लेकर एक बैठक भी की. बैठक की अध्यक्षता समिति के सभापति व विधायक डॉ सरफराज अहमद ने की. मौके पर कांके विधायक समरीलाल व डीसी नमन प्रियेश लकड़ा समेत कई अधिकारी भी मौजूद थे. बैठक में बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सड़क समेत अन्य मामलों की समीक्षा की गयी. इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों को विकास कार्यों में गति लाने का आदेश दिया गया. साथ ही साथ जनहित से जुड़ी समस्याओं का तत्काल समाधान करने की बात कही गयी.
चिकित्सकों की कमी को दूर करने का निर्देश
डॉ अहमद ने कहा कि सदर अस्पताल, चैताडीह मातृ व शिशु सेवा सदन समेत प्रखंडों में चिकित्सीय व्यवस्था को दुरुस्त करने तथा ब्लॉकों में चिकित्सकों की कमी को दूर करने का भी निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि जिले में पेयजल व बिजली की लचर व्यवस्था है. ग्रामीण क्षेत्रों में पीएचइडी वन व टू एवं नगर निगम क्षेत्र में जुडको द्वारा जलापूर्ति की जाती है. लेकिन दोनों विभागों का कार्य असंतोषजनक है. उन्होंने कहा कि डीसी को निर्देश दिया गया है कि वह उप नगर आयुक्त, जुडको, पीएचइडी और संवेदक के साथ बैठक कर जलापूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ करें. खंडोली की लचर व्यवस्था व प्लांट में कार्यरत कर्मियों की समस्या को दूर करने की भी बात कही गयी. साथ ही बिजली आपूर्ति में भी सुधार करने का निर्देश दिया गया. बैठक में डीडीसी शशिभूषण मेहरा, डीएसओ गौतम कुमार भगत, सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा, डीएमओ सतीश नायक, नगर निगम के जेइ सोमा कुमारी समेत कई अधिकारी मौजूद थे.