लातेहार में कस्तूरबा व नवोदय विद्यालय को जोड़ने वाली सड़क का नामोनिशान मिटा, बारिश में चलना हुआ दूभर
Jharkhand News (लातेहार) : लातेहार जिला मुख्यालय से जवाहर नवोदय विद्यालय एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय समेत दर्जनों गांव को जोड़ने वाली बाजकुम-मननचोटाग सड़क का नामोनिशान मिट गया है. सड़क देखने से यह कतई अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता कि कभी काली सड़क थी. इस सड़क पर बारिश में चलना दूभर है.
Jharkhand News (आशीष टैगोर, लातेहार) : लातेहार जिला मुख्यालय से जवाहर नवोदय विद्यालय एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय समेत दर्जनों गांव को जोड़ने वाली बाजकुम-मननचोटाग सड़क का नामोनिशान मिट गया है. अगर यह कहा जाये कि सड़क अपनी अस्तित्व खो चुकी है, तो गलत नहीं होगा. सड़क देखने से यह कतई अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता कि कभी काली सड़क थी. इस सड़क पर बारिश में चलना दूभर हो जाता है.
वर्ष 2011-12 में ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा इस सड़क का निर्माण कराया गया था. लेकिन, आज यह सड़क खस्ताहाल हो चुकी है. सड़क के बोल्डर व पत्थर बाहर निकल आये हैं. बारिश के दिनों में तो सड़क की हालत नारकीय हो जाती है. कीचड़ होने के कारण दुपहिया चलाना भी दूभर हो जाता है. बरसात के दिनों में लोग रेलवे स्टेशन होकर जिला मुख्यालय पहुंचना अधिक श्रेष्ठकर समझते हैं.
कई गांवों को जोड़ती है यह सड़क
यह सड़क शहर से न सिर्फ जवाहर नवोदय विद्यालय और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय को जोड़ती है, वरन एक दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीण इस सड़क से आवागमन करते हैं. शहर के चाणक्यनगरी स्थित औरंगा नदी पुल से निकलकर यह सड़क आगे जाकर मननचोटाग पथ में मिलती है. यहां से रिचुघुटा, डेमू, धनकारा, शीशी, कल्याणपुर, बाजकुम व रेलवे स्टेशन क्षेत्र के नवरंग चौक को जोड़ती है.
औरंगा नदी पुल के बाद यह सड़क जर्जर हो गयी है. इसके बाद जवाहर नवोदय विद्यालय तक पीसीसी सड़क का निर्माण कराया गया है. लेकिन, यह पीसीसी भी कई जगह से टूट चुकी है. जवाहर नवोदय विद्यालय के बाद विभाग के द्वारा ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क का कालीकरण किया गया था, जो आज अपना नामोनिशान खो चुका है. बता दें कि इसी सड़क के किनारे नये जेल भवन का निर्माण कराया जा रहा है तथा इसी सड़क के किनारे भोला शरण डीएवी स्कूल का भवन भी प्रस्तावित है.
इस संबंध में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के अंशकालिक शिक्षक रजनीकांत पाठक ने बताया कि यह पथ अत्यतं जर्जर हो चुकी है. इसकी मरम्मति कराना आवश्यक है. बरसात के दिनों में यह सड़क चलने लायक नहीं रहती है.
इस संबंध में पूछे जाने पर ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता दीपक कुमार ने कहा कि यह सड़क काफी पुरानी है. राज्य संपोषित योजना के तहत इस पथ का निर्माण कराने का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है. प्रस्ताव पारित होते ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा.
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Posted By : Samir Ranjan.