करम देव की कृपा से कई सालों बाद उनके घर में सात बेटे हुए, जिनका नाम कर्मा, धर्मा, धनवा, रीझा, मंगरा, भंवरा और लीटा था. जब वे बड़े हुए तो उनका विवाह ऐसे घर में हुआ जहां 7 बहनें थीं. एक बार अचानक अकाल पड़ता है और खाने के लाले पड़ जाते हैं. धर्मा को छोड़कर बाकी सभी भाई पैसा कमाने विदेश चले जाते हैं. सात साल बाद जब वे पैसा कमाकर लौटते हैं तो गांव की सीमा के पास रूक जाते हैं. इस वीडियो स्टोरी में जानिये क्या है करम पर्व की कहानी.
Photo Courtesy: Suraj Kumar Thakur