बरेली में बारिश के दौरान गिरी घर की दीवार, भाई-बहन की मौत, तीन की हालत गंभीर

बरेली बारिश के दौरान एक कच्चे मकान की दीवार गिर गई. इससे भाई-बहन की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि उनके माता-पिता और एक बहन की हालत गंभीर है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 7, 2023 2:40 PM
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Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली के फरीदपुर कोतवाली थाना क्षेत्र के खलपुर गांव में सोमवार सुबह बारिश के दौरान एक कच्चे मकान (घर) की दीवार गिर गई. इससे भाई-बहन की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि उनके माता-पिता, और एक बहन की हालत गंभीर है. उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है. पुलिस ने दोनों मृत बच्चों के शव कब्जे में लेकर पंचनामा भरा. इसके साथ ही पोस्टमार्टम को भेज दिया है. मगर, इस हादसे के बाद परिवार में कोहरा मच गया है. हादसे के बाद बड़ी संख्या में गांव के लोगों की भीड़ लग गई.

फरीदपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर दयाशंकर सिंह ने बताया कि खलपुर गांव निवासी उमेश और राजीव पड़ोसी हैं. इन दोनों के घरों की एक ही दीवार है. उमेश अपनी पत्नी सुमन, बेटे विवेक (5 वर्ष), बेटी प्रियांशु (2 वर्ष), बेटी नीतू (7 वर्ष) के साथ घर में सो रहे थे. मगर, सोमवार सुबह अचानक बारिश में कच्ची दीवार ढह गई. इस दीवार के नीचे दबकर विवेक और प्रियांशु की मौके पर ही मौत हो गई.

परिवार के अन्य लोग घायल हो गए. दीवार भरभरा कर गिरने की आवाज पर पास पड़ोस के तमाम लोग एकत्र हो गए. उन्होंने दीवार के मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकाला. इसमें विवेक और प्रियांशु की मौत हो चुकी थी. घायल सुमन, और उमेश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसके साथ ही घायल नीतू को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने दोनों बच्चों के शव कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है.

परिवार में मचा कोहराम

हादसे के बाद परिवार और रिश्तेदार एकत्र हो गए. दो बच्चों की मौत से कोहराम मच गया. इसके साथ ही घायल मां बाप भी बच्चों की मौत से काफी रो रहे हैं. हादसे के बाद बड़ी संख्या में गांव के लोग एकत्र हो गए.

मजदूरी कर परिवार चलाते है उमेश

मृतक बच्चों का पिता उमेश मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था. गरीबी के कारण पक्के मकान का निर्माण नहीं करा पाया. अचानक ही यह हादसे गया. जिसके चलते दो बच्चों की मौत हो गई. इसके साथ ही पत्नी और बेटी घायल है.

पीएम आवास को लगाई थी गुहार

गांव के लोगों ने बताया कि उमेश काफी गरीब है. वह कच्चे मकान में परिवार के साथ रहता है. उसने पीएम आवास के लिए प्रधान और पंचायत अधिकारी से संपर्क किया था, लेकिन आवास नहीं मिला. अगर, आवास मिल गया होता, तो शायद यह हादसा नहीं होता.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

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