गोरखपुर. सड़कों को जाम की समस्या से मुक्त कराने के लिए नगर निगम गोरखपुर जोन को ठेला खोमचा से मुक्त कराने के लिए गोरखपुर महानगर के कई इलाकों को नो वेंडर जोन घोषित करेगा. इसके लिए अलग-अलग एरिया में बारी बारी से प्रक्रिया होगी. इसकी शुरुआत राजघाट पुल से लेकर आजाद चौक तक की जाएगी. नो वेंडर जोन होने के बाद अगर कोई ठेला और खोमचे अवैध तरीके से लगाता है तो उस पर नगर निगम कार्रवाई करेगी. गोरखपुर महानगर में जाम की समस्या लगातार बनी रहती है, जिसमें एक बड़ी समस्या ठेले खोमचे वालों की दुकान सड़क पर लगाना भी है. शहर के कई चौराहों पर ठेला और खोमचे वालों की तादाद ज्यादा होने की वजह से राहगीरों को आवागमन करने में काफी कठिनाई होती है. नो वेंडर जोन घोषित हो जाने के बाद सड़कों पर यात्रियों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी.
आज सोमवार को नगर निगम के सभागार में नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. जिसमे नगर निगम के संबंधित अधिकारी के साथ एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक डॉक्टर महेंद्र पाल सिंह, अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा, अपर नगर आयुक्त संजय शुक्ला, डूडा PO विकास सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट शारश्वत त्रिपुरारी सहित और कई संबंधित अधिकारी मौजूद थे.
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राजघाट पुल से आजाद चौक तक सड़क के दोनों किनारे कोई भी ठेला खोमचा नही लगेगा. इस सड़क को नो वेंडर जोन घोषित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर चौकी के पीछे बनाए गए दुकानों में 280 वेंडरों को स्थाई तौर पर शिफ्ट किया जाएगा. इसके बाद में अगर कोई ठेला या खोमचा वाला दुकान लगाता है तो उस पर कार्रवाई होगी.
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नगर आयुक्त ने कहा कि इससे रोड पर जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी. उन्होंने बताया कि जिन ठेला और खोमचे वालों को दुकान में शिफ्ट किया जाएगा उनको बारकोड उपलब्ध कराया जाएगा. अगर कोई अवैध रूप से दुकान लगाता है तो नगर निगम उस पर कार्रवाई करेगी. निश्चित समय पर इसकी चेकिंग होती रहेगी.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर