Bareilly : उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार को बरेली में विपक्षी दलों की एकता पर तंज कसा. बोले, बिहार में हो रही विपक्षियों की महा बैठक को सिर्फ खानापूर्ति बताया. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में भी विपक्षी एकता हुई थी. कई बड़े-बड़े दल एक हुए थे. मगर, नतीजा क्या हुआ. यह सबके सामने है. भाजपा को 50 फीसद से अधिक वोट मिले थे. बोले, जनता में जो छवि मोदी जी की है, और जो भारतीय जनता पार्टी की नीतियां, उपलब्धियां हैं. यह विपक्ष पर कई गुना भारी है.
वित्त मंत्री ने विपक्षी नेताओं पर तंज कसते हुए बोले, विपक्ष में कोई भी नेता पीएम नरेंद्र मोदी के कद का नहीं. विपक्ष का नेता उनके कंधे, कमर तक ही ठहरते हैं. जनता (पब्लिक) में इमेज एक दिन में नहीं बनती. इसके लिए काफी मेहनत और एक्सरसाइज करनी पड़ती है. उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष के नेता अपने स्टेट में बने रहे, यही बड़ी बात है. इनका अपने अपने स्टेट में ही उखड़ना शुरू हो गया है.
कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने आगे कहा कि हर चुनाव से पहले विपक्षी उछल कूद करते हैं. मगर, इससे कुछ नहीं होता है.यह सिर्फ अपने समर्थकों में विश्वास जागने की कोशिश करते हैं. जिससे इनके नेता भाजपा में न भाग जाएं. वित्त मंत्री ने कहा कि पहली बार 5 वर्ष के लिए समाजवादी पार्टी सत्ता में आई थी. उसे वर्ष 2012 में 224 सीट मिली. उसके बाद वह 47 सीटों पर सिमट कर रह गई. यही हाल बसपा का था. यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार के दोबारा आने को बड़ी उपलब्धि बताया.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली