झारसुगुड़ा जिले में स्थित ओपीसीजी थर्मल प्लांट का विस्तार किया जायेगा. इसके तहत 620 मेगावाट प्लांट की स्थापना की जायेगी. इसके लिए 10 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इससे राज्य को पर्याप्त बिजली मिलेगी और आगामी दिनों में शिल्प उद्योग के लिए बिजली की आवश्यकता भी पूरी हो सकेगी. इसकी जानकारी ओडिशा पावर ग्रीड काॅरपोरेशन (ओपीजीसी) के प्रबंध निदेशक प्रशांत कुमार महापात्र ने दी है. इसे लेकर उन्होंने बताया कि ओपीजीसी पहले क्षति में चल रहा था.
लेकिन, अब इसने लाभ हासिल करना शुरू कर दिया है. जिसमें चालू आर्थिक वर्ष में यह एक हजार करोड़ रुपये के लाभ में है. राज्य में पीक आवर में जरूरी 5 हजार 4 सौ मेगावाट में से ओपीजीसी केवल 30 प्रतिशत ही पूरी करती है. वर्तमान में ओपीजीसी की उत्पादन क्षमता 2740 मेगावाट है. यहां की दो यूनिट विगत 19 वर्ष से बिजली की आपूर्ति कर रही है. लेकिन इसकी अवधि वर्ष 2026 तक ही है.
इसलिए इसे आगामी 15 वर्ष तक चलाने के लिए योजना की गयी है. आगामी दिनों इसका संप्रसारण कर 620 मेगावाट की दो यूनिट ओर लगायी जायेगी, जिससे इसकी क्षमता 3 हजार 60 मेगावाट हो जायेगी. साथ ही ग्रीन एनर्जी योजना में ओपीजीसी 428 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट बनेगा. इसमें पहले चरण में 60 यूनिट के प्लांट की स्थापना होने की जानकारी प्रबंध निदेशक महापात्र ने दी है.
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