इटखोरी(चतरा) : चतरा-हजारीबाग जिला के सीमावर्ती क्षेत्र परसौनी के पास बने अस्थायी चेकनाका पर तैनात दंडाधिकारी कौशल किशोर और बरही के विधायक उमाशंकर अकेला आपस में उलझ गये. घटना रविवार दोपहर 12 बजे की है. दंडाधिकारी का आरोप है कि चेकनाका नहीं खोलने के कारण विधायक के साथ चल रहे एक व्यक्ति ने उनसे अभद्र व्यवहार किया. वहीं, विधायक ने उन्हें औकात मे रहने की नसीहत दी. दोनों के बीच आधे घंटे तक बकझक होती रही. बाद मौके पर पहुंचे इटखोरी बीडीओ विजय कुमार ने मामले को शांत कराया.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर राज्य के सभी जिलों की सीमाएं सील कर दी गयी हैं. सरकारी आदेश के तहत ही चतरा जिले की सीमा पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है. रविवार दोपहर बरही विधायक उमाशंकर अकेला इटखोरी के रास्ते अपने क्षेत्र के पथलगड्डा गांव जा रहे थे. उनका वाहन परसौनी के पास लगाये गये अस्थायी चेकनाका पर पहुंचा. उस दौरान ड्यूटी पर तैनात दंडाधिकारी कौशल किशोर ने बताया : अचानक विधायक (उस समय तक उन्हें नहीं पहचानते थे) मेरे पास पहुंचे और चेकनाका खोलने को कहा. मैंने कहा वरीय अधिकारियों का आदेश है गाड़ी नंबर की इंट्री करके ही चेकनाका खोलना है.
इतना सुनते ही विधायक फूट पड़े और अनाप-शनाप बोलने लगे. उनके साथ चल रहे एक व्यक्ति ने मेरा मास्क खींच कर तोड़ दिया. जब मैंने कहा कि मैं अपनी ड्यूटी निभा रहा हूं, तो विधायक ने मुझे औकात में रहने की नसीहत दी. कहा : तुम जेइ हो, तो मुझे प्रणाम क्यों नहीं किया? प्रोटोकॉल को समझो! आधे घंटे तक चली कहा-सुनी के बाद मौके पहुंचे बीडीओ विजय कुमार ने मामले को शांत कराया और विधायक को जाने दिया गया
विधायक ने कहा : प्रोटोकॉल समझा रहे थे मेरे साथ गार्ड हैं, तो दंडाधिकारी को पता होना चाहिए कि कोई वीआइपी ही होगा. मेरे गार्ड ने मेरा परिचय दिया, इसके बावजूद दंडाधिकारी ने चेकनाका नहीं खोला. उसने मास्क भी नहीं पहना था. मेरे सामने माथे पर चश्मा लगाकर बात कर रहा था. मैंने उसे प्रोटोकॉल की जानकारी लेने का नसीहत भर दी है.उमाशंकर अकेला, बरही के विधायक