Jharkhand: साल में सिर्फ एक दिन रात में खुलता है ये मंदिर, देश भर से आते हैं साधक और तांत्रिक

Jharkhand: तांत्रिकों ने रात में दामोदर नद और भैरवी नदी के किनारे और रजरप्पा मंदिर के आसपास के जंगलों में तंत्र साधना की. मंदिर के सभी हवन कुंड में हवन हुआ. भोग का भी वितरण किया गया. मां के दर्शन कर भक्त भाव-विभोर हुए. देखें शंकर पोद्दार और सुरेंद्र कुमार की रिपोर्ट...

By Mithilesh Jha | October 25, 2022 8:51 PM

रजरप्पा मंदिर में दिवाली की रात तंत्र साधना, देश भर से आये साधक

दीपावली की रात को मां काली की भी पूजा होती है. इस दिन झारखंड की राजधानी रांची से 40 किलोमीटर दूर स्थित रामगढ़ जिला के रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिके की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. काली पूजा की रात को यहां भक्तों का तांता लगा रहता है. सुबह से ही झारखंड, बिहार, बंगाल, ओड़िशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, असम, मध्य प्रदेश से श्रद्धालु, साधक व तांत्रिक यहां पहुंचने लगे थे. तांत्रिकों ने रात में दामोदर नद और भैरवी नदी के किनारे और रजरप्पा मंदिर के आसपास के जंगलों में तंत्र साधना की. मंदिर के सभी हवन कुंड में हवन हुआ. भोग का भी वितरण किया गया. रजरप्पा मंदिर की आकर्षक विद्युत सज्जा की गयी थी. मां के दर्शन कर भक्त भाव-विभोर हुए. देखें शंकर पोद्दार और सुरेंद्र कुमार की रिपोर्ट…

Maa Kali is also worshiped on the night of Diwali. On this day, special worship of Maa Chinnamastike is performed at Rajrappa in Ramgarh district, 40 km from Ranchi, the capital of Jharkhand. There is an influx of devotees on the night of Kali Puja. Since morning, devotees, seekers and tantriks from Jharkhand, Bihar, Bengal, Odisha, Chhattisgarh, Uttar Pradesh, Delhi, Assam, Madhya Pradesh started reaching here. Tantriks practiced tantra at night on the banks of river Damodar and Bhairavi and in the forests around Rajrappa temple. Havan took place in all the Havan Kunds of the temple. Bhog was also distributed. The attractive electrical decoration of Rajrappa temple was done. Devotees became emotional after seeing the mother. Watch the reports of Shankar Poddar and Surendra Kumar…

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