झारखंड : गोड्डा के सरकारी स्कूलों के हजारों बच्चों को अब तक नहीं मिली किताबें, कैसे होगी पढ़ाई?

गोड्डा प्रखंड के सरकारी स्कूलों के 45,454 बच्चों में मात्र 14 हजार 130 बच्चों को ही अब तक किताबें मिल पायी है. कक्षा एक, चार और नौ वर्ग के बच्चों को ही सरकारी किताबें मिल पायी है. बाकी किताबें नदारद होने के कारण बच्चों को पढ़ाई करने में काफी परेशानी हो रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2023 6:06 PM
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गोड्डा से अविनाश, महागामा से गुंजन कुमार, बोआरीजोरी से ध्रुव कुमार भगत और ठाकुरगंगटी से पवन कुमार सिंह : गोड्डा जिले के सरकारी स्कूलों में सरकारी किताबों की खेप अब तक सही तरीके से नहीं पहुंची है. स्कूल के सेशन की शुरुआत जून माह में आरंभ हो गयी है. सरकारी स्कूलों के हजारों बच्चे अभी भी सरकार की इस योजना से वंचित हैं. अभी तीन दिन पहले जिले में कक्षा एक, चार व नौ के बच्चों के लिए कुछ मात्रा में सरकारी किताबें आवंटित की गयी है. पहली खेप ही अब तक गोड्डा पहुंच पायी है. उसमें भी कई बच्चे अभी भी पाठ्य पुस्तक से वंचित हैं.

बच्चों को सरकार की इस योजना का नहीं मिला है लाभ

गोड्डा प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में अध्ययनरत कुल 45 हजार 454 छात्रों में मात्र 14 हजार 130 बच्चों को ही सरकारी किताब से आच्छादित किया गया है. मतलब स्कूलों में इसकी खेप पहुंचा दी गयी है, हालांकि अब तक कई स्कूलों में किताबें बांटी नहीं गयी है. कक्षा एक में हिंदी भाषी में 4907 तथा उर्दू में 64 बच्चों के लिए किताबें स्कूलों को आवंटित करा दी गयी है, जबकि कुछ छात्रों की संख्या प्रखंड स्तर पर कक्षा एक में 5505 है. यही हाल कक्षा चार का भी है. कक्षा चार में 5160 बच्चों के लिए किताबों को प्रखंड स्तर पर आवंटित करा दिया गया है. संकुल स्तर पर बांटे जाने का निर्देश भी दिया गया है. कक्षा चार में कुल छात्रों की वास्तविक संख्या 5494 है. वर्ग नौ में 4072 छात्रों के लिये किताबें स्कूलों को आवंंटित कराये जाने का निर्देश दिया गया है. मालूम हो कि पूरे जिले में क्लास एक से 12 तक के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए सरकारी किताबें आवंटित कराई जाती है. इसमें देरी हो रही है. ऐसे में बच्चों को बगैर किताब के आवंटन दिये बगैर प्रमोट कर दिया जाता है.

‘अभी किताबें की खेप मिलनी शुरू हो गयी है. जल्द ही सभी बच्चों के विभिन वर्गों में आवंटित करा दिया जाएगा.’ – सुधीर हांसदा ,बीपीओ ,गोड्डा

महागामा में भी किताब को लेकर विभाग उदासीन

महागामा प्रखंड क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों में नये सत्र 2023-24 की कक्षाएं शुरू होने पर भी विद्यालय के बच्चे किताब से वंचित हैं. प्रखंड क्षेत्र में 171 विद्यालयों में लगभग 40 हजार बच्चे नामांकित हैं. वहीं पहली व नवमी कक्षाओं में नामांकन चल रहा है. उन्होंने बताया कि कक्षा दो, पांच, तीन, सात और 10 कक्षा के बच्चों का नये सत्र की किताबें विद्यालयों को उपलब्ध नहीं करायी गयी है. विभाग के अनुसार, कक्षा प्रथम से दसवीं तक के बच्चों को विद्यालय में पुस्तक वितरण किया जाता है. पिछले वर्ष सरकारी विद्यालयों में नामांकित 41 हजार बच्चों को समय पर पुस्तक मिल गयी थी. इस वर्ष अब तक कक्षा एक, चार, आठवीं व नवमी के बच्चों को पुस्तक उपलब्ध करा दी गयी है. उन्होंने कहा कि बीआरसी में किताबें विलंब से प्राप्त हो रही हैं. कारण विद्यालय में समय पर नहीं पहुंच पा रहा है. कक्षा तीन व सात की किताबों की खेप बीआरसी को प्राप्त हुआ है. इसे विद्यालयों में उपलब्ध कराया जाएगा. इधर सत्र चालू होने के बाद भी समय पर बच्चों को किताब नहीं मिलने के कारण बच्चे अगली कक्षा में गये बच्चों का किताब लेकर पढ़ाई कर रहे हैं. विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने भी बच्चों को अविलंब पुस्तक उपलब्ध कराने की मांग विभाग से की है. इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो सके

‘बच्चों को जल्द ही किताबें मिल जायेगी, आवंटन के हिसाब से किताब बांटी जा रही है’. – मनोज कुमार बालहंस, बीपीओ, महागामा.

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ठाकुरगंगटी के बच्चों को भी नहीं मिल सकीं हैं किताबें

ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले कुल 116 विद्यालय हैं, जिसमें नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या 22765 है . यहां के छात्र-छात्राओं को ना तो पुस्तक ही मिली है और ना ही बच्चों को पोशाक ही मिल पाया है. बच्चे बगैर ड्रेस के ही विद्यालय में पठन-पाठन को जाते है. इस संबंध में प्रभारी बीइइओ राजेश रमण ठाकुर से पूछे जाने पर बताया कि इस सेशन में कुछ भी आवंटित नहीं हो पाया है. सिर्फ चार व कक्षा पांच के बच्चों को पुस्तकें मिल पायी है.

बोआरीजोर के 47 स्कूलों में नहीं पहुंची किताबें

बोआरीजोर प्रखंड क्षेत्र के स्कूलों में नये सत्र की पढ़ाई आरंभ हो गयी है, मगर बच्चों को विषय वार किताबें अब तक नहीं मिल पायी है. इससे काफी परेशानी हो रही है. प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी देवेंद्र पासवान ने कहा कि प्रखंड में कुल 207 स्कूल है, जिसमें 13 संकुल है. 160 स्कूलों में बच्चों को वितरण के लिए किताब दे दी गयी है. शेष स्कूलों में भी किताब भेजने की तैयारी की जा रही है. किताबों के ऊपर से ही विलंब से आवंटन की वजह से स्कूलों में बच्चों को किताब मिलने में देर हो रही है. शिक्षा विभाग द्वारा पूरी तरह से कोशिश की जा रही है कि सभी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को किताब जल्द से जल्द उपलब्ध करा दी जाये.

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