Prayagraj News: आधार कार्ड में नाम-पता बदल, फर्जी सिम के जरिए साइबर ठगों की मदद के आरोप में तीन गिरफ्तार

IG रेंज डाक्टर आरके सिंह ने मीडिया को बताया कि साल 2020 में प्रयागराज के कीडगंज निवासी से सिम रिचार्ज के नाम पर 16 लाख 78 हजार 390 रुपए की ठगी हुई थी. मामले में साइबर थाना प्रयागराज द्वारा मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही थी. इस साजिश को कूटरचित दस्तावेज के आधार पर फर्जी सिम के जरिए अंजाम दिया गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | April 5, 2022 6:51 PM

Prayagraj News: ऑनलाइन साइबर ठगों को मदद करने के आरोप में प्रयागराज साइबर क्राइम परिक्षेत्र टीम ने जियो कंपनी के पूर्व मैनेजर सहित अन्तर्राज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. तीनों शातिर पश्चिम बंगाल के निवासी बताए जा रहे है. आरोपी पैसों के लालच में आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा कर फर्जी सिम कार्ड एक्टिवेट कर साइबर ठगों को बेच देते थे.

कूटरचित दस्तावेज का फर्जीवाड़ा

इस संबंध में IG रेंज डाक्टर आरके सिंह ने मीडिया को बताया कि साल 2020 में प्रयागराज के कीडगंज निवासी से सिम रिचार्ज के नाम पर 16 लाख 78 हजार 390 रुपए की ठगी हुई थी. मामले में साइबर थाना प्रयागराज द्वारा मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही थी. जांच के दौरान पता चला की इस घटना को कूटरचित दस्तावेज के आधार पर फर्जी सिम के जरिए अंजाम दिया गया था.

पूछताछ में चौकाने वाले राज उगले

मामले की जांच कर रही प्रयागराज साइबर क्राइम परिक्षेत्र टीम ने साइबर अपराधियों की मदद के आरोप में सुजान मंडल पुत्र स्वपन कुमार मण्डल निवासी बोक्सी नगर, हबीबनगर, जिला मालदा, पश्चिम बंगाल, विश्वजीत बर्मन पुत्र उत्तम बर्मन निवासी हलदरपारा थाना हबीबनगर जिला मालदा व आशीष बर्मन पुत्र बीरेन बर्मन निवासी हलदरपारा थाना हबीबनगर जिला मालदा पश्चिम बंगाल को हिरासत में लिया तो उन्होंने पूछताछ में चौकाने वाले राज उगले.

बाद में निकाल लेते थे

आरोपियों ने बताया कि आधारकार्ड में फर्जीवाड़ा कर फर्जी एक्टिवेट सिम कर वह पश्चिम बंगाल निवासी आलम सेठ को बेच देते थे, जो अन्य ठगों तक सिम पहुंचता था. गौरतलब है कि इस मामले में इसी गिरोह के अन्य छह सदस्यों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. उन्होंने बताया की आरोपियों द्वारा फर्जी सिम के साथ ही आधारकार्ड में नाम पता बदलकर बैंक में एकाउंट भी खुलवाया जाता था. साइबर क्राइम के जरिए आरोपी इन्हीं अकाउंट में रकम जमा करते थे. बाद में इसे निकाल लेते थे. सभी आरोपियों को कारवाई करते हुए जेल भेज दिया गया.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

Next Article

Exit mobile version