बीरभूम, मुकेश तिवारी. बीरभूम जिले के कांकड़तला थाना इलाके के हजरतपुर ने सेप्टिक टैंक सफाई करने के दौरान तीन की मौत हो गई. देर रात तक दमकल विभाग और पुलिस की मशक्कत के बाद तीनों के शवों को सेप्टिक टैंक से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने शवों को सिउड़ी सदर अस्पताल भेज दिया. इस बीच घटना को लेकर देर रात तक इलाके में हड़कंप मचा रहा. पुलिस ने मृतकों की पहचान मकान मालिक सनातन धीबर (49) ,मजदूर स्वपन बाद्यकर (46), अमृत बाद्यकर (32) के रूप में की है. मरने वालों में घर के मालिक और सफाई कार्य में लगे दो मजदूर शामिल हैं.
कैसे हुआ हादसा
घटना के संबंध में पुलिस और स्थानीय लोगों ने बताया कि शनिवार देर शाम यह दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई. घटना बीरभूम जिले के हजरतपुर गांव की है. बताया जा रहा है कि हादसा तब हुआ जब हजरतपुर गांव के सनातन धीबर के घर में शौचालय के सेप्टिक टैंक को साफ करने के लिए मालिक समेत दो मजदूरों ने मैनहोल खोला. मैनहोल खुलते ही निर्माण श्रमिक स्वपन बाद्यकर बेहोश होकर चैंबर में गिर गया. उन्हें देखकर घर के मालिक सनातन धीबर भी गिर पड़े. इसके बाद जब उन्होंने टॉर्च की रोशनी जलाई तो निर्माण कार्य में लगे मजदूर के सहायक कर्मचारी अमृत बाद्यकर भी उनको निकालने के दौरान चैंबर में गिर पड़े. इससे पहले कि वह कुछ समझ पाते यह अजीब बात हो गई कि एक के बाद एक तीनों लोग सेप्टिक टैंक में गिर गए और उनकी मौत हो गई.
इलाके में पसरा मातम
दर्दनाक हादसे की खबर से स्थानीय लोग स्तब्ध रह गए. इलाके में मातम छा गया. अग्निशमन विभाग सहित पुलिस प्रशासन को सूचना दी गई. डीएसपी मोतासिम अख्तर, दुबराजपुर सर्किल इंस्पेक्टर माधवचंद्र मंडल, स्थानीय थाने के ओसी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. इसी बीच अग्निशमन विभाग के लोग आये और घंटों के प्रयास के बाद शवों को बरामद किया. इसके बाद उन्हें स्थानीय नाकडाकोंदा ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया. सूत्रों के मुताबिक वहां से शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सिउड़ी सदर अस्पताल भेज दिया. इस हादसे के बाद इलाके में मातम पसर गया. दोनों मजदूर भी स्थानीय बताए गए हैं. दमकल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सेफ्टिक टैंक में विषाक्त गैस के कारण ही दम घुटने से तीनों की मौत हुई होगी.