बिना जांच के तीन महिलाओं को कोरोना पॉजिटिव बता किया भर्ती
खगड़िया के गोगरी अनुमंडल में बिना सैंपल लिये ही तीन महिलाओं की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव बता कर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराने का मामला सामने आया है.
खगड़िया : गोगरी अनुमंडल में बिना सैंपल लिये ही तीन महिलाओं की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव बता कर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराने का मामला सामने आया है. पूरा मामला डीएम तक पहुंचने के बाद आनन-फानन में सिविल सर्जन ने गोगरी रेफरल अस्पताल को पत्र भेज कर तीन दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी है. सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार सिंह ने गोगरी प्रखंड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंद्रप्रकाश को भेजे पत्र में कहा है कि कोरोना जांच सैंपलिंग के दौरान मानक का पालन नहीं किया जा रहा है. इसके कारण जिनका सैंपल नहीं लिया गया उनकी भी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गयी़
सीएस ने कहा है कि इस प्रकार की लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. 30 जून को मदारपुर विद्यालय में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना जांच के लिए सैंपल कलेक्शन शिविर आयोजित किया था. आशा को यह जिम्मेदारी दी गयी थी कि गर्भवती सहित लोगों को जांच के लिए लाइन लिस्टिंग कर शिविल तक लाना था. आशा बबीता कुमारी ने बताया कि मदारपुर वार्ड नंबर सात की तीनों महिलाओं को जांच के लिए वह शिविर तक लायी थी, लेकिन बीच में ही तीनों महिलाएं शिविर छोड़ कर घर लौट आयी.
इसके कारण इन तीनों महिलाओं का सैंपल नहीं लिया जा सका. इसी बीच चार जुलाई को मदारपुर गांव की इन तीनों महिलाओं को कोरोना पॉजिटिव करार देते हुए आइसोलेशन सेंटर ले जाने के लिए स्वास्थ्यकर्मी पहुंच गये. इधर, आशा बबीता देवी ने कहा कि 30 जून को आयोजित शिविर में की तीन महिलाओं की कोरोना जांच के लिए सैंपल नहीं लिया गया है, लेकिन चार दिन बाद इन तीनों महिलाओं की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव बतायी गयी. जब जांच सैंपल लिया ही नहीं गया, तो रिपोर्ट पॉजिटिव या निगेटिव कैसे आ सकती है. अब सच बोलने पर बीसीएम सहित अस्पताल के अधिकारी दबाव बना रहे हैं.