झारखंड:बदलाव संकल्प सभा में गरजे टाइगर जयराम महतो, बोले-हक व अधिकार के लिए जगें युवा, पीढ़ियां नहीं करेंगी माफ
जयराम महतो ने कहा कि हजारीबाग में राजनीतिक गलियारियों में बाहरियों का कब्जा है. उसे उखाड़ फेंकने का समय आ गया है. भवनाओं में बहने का समय नहीं है. 2024 में हजारीबाग का सांसद हजारीबाग का होगा. यही कहने आया हूं. दो दशक का हिसाब लेने का समय आ गया है.
चौपारण (हजारीबाग), अजय ठाकुर: आज नहीं जागे तो सब कुछ लूट जायेगा. झारखंड मुश्किल दौर से गुजर रहा है. दो दशक बाद भी झारखंडियों के लिए नीति नहीं बन पायी है. नियोजन नीति भी अब तक नहीं बन सकी है. झारखंड की जमीन को बाहरी लोग लूट रहे हैं. ये बातें रविवार को हज़ारीबाग़ ज़िले के चौपारण ब्लॉक मैदान में आयोजित बदलाव संकल्प सभा को संबोधित करते हुए झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष टाइगर जयराम महतो ने रविवार को कहीं. टाइगर जयराम महतो को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे थे. जयराम महतो ने कहा कि 60-40, नियोजन नीति झारखंडियों के जनमानस के खिलाफ है. राजनीतिक गलियारियों में भी झारखंडियों के साथ भेदभाव है. ऐसे में सभी झारखंडवासियों को एकजुट होकर यह लड़ाई लड़नी है. आज नहीं जागोगे तो आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी. हजारीबाग में राजनीतिक गलियारियों में बाहरियों का कब्जा है. उसे उखाड़ फेंकने का समय आ गया है. भवनाओं में बहने का समय नहीं है. 2024 में हजारीबाग का सांसद हजारीबाग का होगा. यही कहने आया हूं. गुजरात, बंगाल, यूपी, पंजाब एवं बिहार में बिहारी तो झारखंड की राजनीति में क्यों नहीं झारखंडी. दो दशक का हिसाब लेने का समय आ गया है.
इंकलाब में सभी की भागीदार जरूरी है- संजय मेहता
जन संवाद यात्रा के संयोजक संजय मेहता ने कहा कि बरही विधान सभा शराब, अफीम एवं पशु तस्करी का हब बन गया है. यहां अफसर शाही चरम पर है. अंचल ब्लॉक कार्यालय में कमीशनखोरी चल रही है. झारखंड में सभी नियुक्ति की प्रक्रिया में पेंच फंस जाता है. जिसके कारण पढ़ लिखकर यहां के युवक रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं. नेता भी चुप बैठे हैं, जो नेता हमारी माटी से नहीं हैं. उन्हें यहां की मिट्टी से दर्द क्या होगा? झारखंड की जनता नेतृत्वविहीन हो गयी है. इंकलाब में सभी की भागीदारी जरूरी है.
बड़े बदलाव की जरूरत- भुनेश्वर यादव
कार्यक्रम आयोजन में अहम भूमिका निभाने वाले भुनेश्वर यादव ने कहा झारखंड की राजनीति में बदलाव की जरूरत है. इसके लिए हम सबों को तैयार रहना होगा. झारखंड के लिए यह आंदोलन बदलाव का एक मंजर है. इस आंदोलन में सभी को जयराम महतो को साथ देना होगा. यह एक उम्मीद का आंदोलन है. बरही में बदलाव की हवा चल चुकी है.
सभा को इन्होंने भी किया संबोधित
सभा को बिनोद महतो, पवन सिंह देहाती, रवि सोनी, बबन दा, फरजान खान, उदय मेहता, राजदेश रतन, राकेश मेहता, संजय महतो, विनोद कुमार, महेश्वरी प्रसाद मेहता, मिथिलेश दांगी, प्रेम नायक, डॉ राजेश मेहता, सुधीर कुमार राम, सुखदेव दांगी, श्रवण यादव, सुनील यादव, कृष्णा यादव, विकास सिंह सहित कई लोगों ने सम्बोधित किया.