कोलकाता. पूर्व मंत्री और मुर्शिदाबाद के सागरदिघी से विधायक सुब्रत साहा के निधन के बाद सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र में 27 फरवरी को उपचुनाव होगा. उक्त सीट को अपने ही पाले में रखने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पुरजोर कोशिश कर रही है. इस बाबत वहां जोरदार प्रचार अभियान चलाया जा रहा है. रविवार को चुनाव प्रचार की कमान सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने संभाली. इस दिन सागरदिघी दिघार मोड़ ग्राउंड में आयोजित जनसभा के दौरान श्री बनर्जी ने केवल भाजपा ही नहीं, बल्कि कांग्रेस व वाममोर्चा पर भी निशाना साधा.
उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस, भाजपा की टीम-बी है. भाजपा, कांग्रेस और वाममोर्चा में अंदरूनी साठगांठ है. यहां यदि कांग्रेस उम्मीदवार जीतेंगे, तो इस बात की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता है कि 24 घंटों के अंतराल में ही पार्टी बदल कर वह भाजपा का दामन थाम नहीं लें. करीब एक महीने पहले भाजपा नेता व विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने यहां सभा करके यही कहा था कि भाजपा बहुसंख्यक बहुल आबादी वाले इलाकों पर भाजपा को वोट मिले, इसकी कोशिश तो वह करेंगे, लेकिन अल्पसंख्यक बहुल वाले इलाकों में ‘जोड़ाफूल’ (तृणमूल) नहीं खिले, इसकी व्यवस्था उन्होंने (शुभेंदु) ने कर दी है.
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इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा और कांग्रेस में आपसी समझौता हो चुका है. इतना कहते हुए श्री बनर्जी ने एक ऑडियो क्लिप भी मंच से जनता को सुनाया (जिसकी सत्यता की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है). उन्होंने भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी पर ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी की भी जमकर आलोचना की. उन्होंने सवाल किया कि श्री चौधरी केंद्रीय सरकार की सुरक्षा क्यों लेते हैं? जो एनआरसी की बात करते हैं, उनकी सुरक्षा पर निर्भर क्यों हैं? क्या राज्य सरकार की सुरक्षा पर उन्हें भरोसा नहीं है?
पश्चिम बंगाल में 100 दिनों रोजगार योजना के तहत करीब 17 लाख परिवार की बकाया राशि को केंद्रीय सरकार ने नहीं दिया है. श्री चौधरी सांसद हैं, क्या उन्होंने बंगाल और यहां के लोगों के हित के लिए संसद में आवाज उठायी है? तृणमूल नेता ने दावा किया है कि बंगाल के लोगों का विकास मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल सरकार ही कर रही है. तृणमूल की राजनीति जनता के हित के लिए है. वह बंटवारे की राजनीति में विश्वास नहीं करती है.
तृणमूल नेता ने उम्मीद जतायी है कि सागरदिघी के लोग इस बार भी तृणमूल का ही साथ देंगे. गौरतलब है कि सागरदिघी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में तृणमूल ने देवाशीष बनर्जी को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा के उम्मीदवार दिलीप साहा और कांग्रेस के उम्मीदवार वायरन विश्वास हैं. वाममोर्चा ने कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन करने का ऐलान किया है.