तीसरी बार बंगाल विधानसभा के स्पीकर चुने गए बिमान बनर्जी, TMC ने पहले ही किया था नाम का एलान
पश्चिम बंगाल में सरकार गठन के बाद विधानसभा के अध्यक्ष का चुनाव भी कर लिया गया है. टीएमसी के कद्दावर नेता बिमान बनर्जी को पश्चिम बंगाल विधानसभा का फिर से अध्यक्ष चुना गया है. बिमान बनर्जी तीसरी बार विधानसभा के स्पीकर चुने गए हैं. उनका चुनाव निर्विरोध तरीके से किया गया है. टीएमसी ने पहले ही बिमान बनर्जी ने नाम का एलान विधानसभा के स्पीकर के रूप में कर दिया था. अध्यक्ष बनने पर सभी पार्टियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी है.
पश्चिम बंगाल में सरकार गठन के बाद विधानसभा के अध्यक्ष का चुनाव भी कर लिया गया है. टीएमसी के कद्दावर नेता बिमान बनर्जी को पश्चिम बंगाल विधानसभा का फिर से अध्यक्ष चुना गया है. बिमान बनर्जी तीसरी बार विधानसभा के स्पीकर चुने गए हैं. उनका चुनाव निर्विरोध तरीके से किया गया है. टीएमसी ने पहले ही बिमान बनर्जी ने नाम का एलान विधानसभा के स्पीकर के रूप में कर दिया था. अध्यक्ष बनने पर सभी पार्टियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी है.
अगर राजनीति के दिग्गज नेता बिमान बनर्जी के करियर की बात करें तो वो साल 2011 से लगातार स्पीकर के पद पर बने हुए हैं. उन्हें सभी पार्टियों से बराबर का सम्मान मिलता है. बिमान बनर्जी के पहले दो दिनों तक (गुरुवार और शुक्रवार) प्रोटेम स्पीकर और टीएमसी के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी ने निर्वाचित विधायकों को विधानसभा सदस्यता की शपथ दिलाई.
हिंसा को लेकर बीजेपी के सख्त तेवर
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद जारी हिंसा को लेकर सियासी घमासान तेज हो चुका है. बीजेपी ने चुनाव के बाद जारी हिंसा पर विधानसभा के सत्र के बहिष्कार का एलान किया है. बीजेपी का कहना है कि राज्य में टीएमसी प्रायोजित हिंसा में पार्टी कार्यकर्ताओं की निर्मम तरीके से हत्या की जा रही है. जबकि, टीएमसी सरकार किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रही है. वहीं, सीएम ममता बनर्जी ने हिंसा को लेकर बीजेपी पर ही सवाल खड़े किए हैं.
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विधानसभा का शनिवार को विशेष सत्र
राज्य सरकार ने शनिवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था. इस विशेष सत्र की शुरुआत राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अभिभाषण से हुआ था. बंगाल विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद यह पहला विशेष सत्र रहा. अगर बंगाल चुनाव रिजल्ट की बात करें तो टीएमसी ने 213 सीटें जीती हैं. जबकि, बीजेपी ने पहली बार 77 सीटें जीतकर राज्य की मुख्य विपक्षी दल बनी है.