कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कोलकाता में फर्जी वैक्सीनेशन कांड और चुनाव बाद हिंसा के मुद्दे पर बंगाल में आंदोलन तेज कर रखा है, तो पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को हटाने की मांग पर मोर्चा खोल रखा है.
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को हटाने की मांग पर सोमवार (5 जुलाई) को तृणमूल कांग्रेस के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा. राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के उप-नेता सुखेंदु शेखर रॉय और लोकसभा में सांसद महुआ मोईत्रा ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी.
महुआ मोईत्रा ने कहा कि एक जुलाई को भाजपा के एक नेता और पश्चिम बंगााल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने केंद्रीय गृह मंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की और उसके तुरंत बाद वह 10 अकबर रोड स्थित सॉलिसिटर जनरल के घर पहुंचे. तृणमूल का आरोप है कि सारधा और नारद केस को मैनेज करने के लिए बीजेपी के इस नेता ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने की कोशिश की है.
We have just met with the President and submitted a memorandum to him regarding the matter of great impropriety concerning the office of SG, Tushar Mehta. We ask for the immediate resignation of the SG on the grounds of gross misconduct and impropriety: Mahua Moitra, TMC MP pic.twitter.com/2R1EzxjcGO
— ANI (@ANI) July 5, 2021
उधर, तृणमूल के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि सॉलिसिटर जनरल इस बात के लिए माफी मांग रहे हैं कि वह शुभेंदु अधिकारी से नहीं मिल सके. उन्होंने कहा कि तुषार मेहता कह रहे हैं कि उन्होंने शुभेंदु अधिकारी को अपने घर में जाने की इजाजत दी थी? श्री रॉय ने कहा कि सॉलिसिटर जनरल ने बार काउंसिल के नियमों और प्रोफेशनल के एथिक्स का उल्लंघन किया है. हम इसे हितों के टकराव के रूप में भी देखते हैं.
उन्होंने कहा कि हमने माननीय राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है. नेता द्वय ने कहा कि उन्होंने मांग की है कि सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें. तृणमूल सासंदों डेरेक ओ ब्रायन, सुखेंदु शेखर रॉय और महुआ मोईत्रा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तुषार मेहता को उनके पद से हटाने की मांग की थी.
इन नेताओं ने कहा था कि मेहता के निवास पर सारधा चिट फंड और नारद स्टिंग ऑपरेशन केस के आरोपी शुभेंदु अधिकारी से उनकी भेंट से ‘अनीति की बू’ आती है. भाजपा विधायक शुभेंदु नारद और सारधा मामलों में आरोपित हैं. इन दोनों मामलों की जांच सीबीआई कर रही है. तुषार मेहता दोनों केस की पैरवी कर रहे हैं और मामले की जांच कर रही सीबीआई और ईडी को सलाह दे रहे हैं.
हालांकि, शुभेंदु अधिकारी ने कहा था कि वे तुषार मेहता के घर पर गये थे, लेकिन सॉलिसिटर जनरल ने उन्हें मिलने का वक्त नहीं दिया. वहीं, तुषार ने भी इस बात से इनकार किया कि उनकी शुभेंदु से मुलाकात हुई थी. इसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने कहा था कि तुषार मेहता को अपने घर के सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करना चाहिए, ताकि पता चले कि उनकी शुभेंदु से मुलाकात हुई या नहीं.
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Posted By: Mithilesh Jha