कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के असंतुष्ट विधायक शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के पक्ष में सदा खड़े रहेंगे. श्री अधिकारी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार के तमाम सरकारी पद भी उन्होंने छोड़ दिये थे.
पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में ‘रास’ समारोह से इतर बातचीत में शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि वह इलाके में आने के मौके की तलाश में रहते हैं. श्री अधिकारी नंदीग्राम में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ हुए आंदोलन का चेहरा थे और इसी आंदोलन के बूते वर्ष 2011 में ममता बनर्जी सत्ता में आयीं थीं.
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि वह नंदीग्राम और यहां के लोगों के कल्याण के लिए काम जारी रखेंगे. पार्टी नेतृत्व के साथ मतभेदों की वजह से अधिकारी ने पिछले दिनों राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगने लगीं. हालांकि, उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता नहीं छोड़ी है.
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शुभेंदु के इस्तीफे के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने उन पर डोरे डालने शुरू कर दिये हैं. वहीं, दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस को अब भी उम्मीद है कि नंदीग्राम में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ चले आंदोलन के नायक शुभेंदु अधिकारी पार्टी नहीं छोड़ेंगे. सत्तारूढ़ दल के नेता उन्हें मना लेंगे. हालांकि, शुभेंदु खुद अपने पत्ते नहीं खोल रहे.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि अप्रैल-मई के महीने में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में सभी पार्टियां शुभेंदु अधिकारी को अपने पाले में करने में जुटी हैं. वहीं तृणमूल भी कोशिश कर रही है कि वह मान जायें और पार्टी न छोड़ें. लेकिन, श्री अधिकारी के तेवर कुछ और ही कह रहे हैं.
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Posted By : Mithilesh Jha