पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी पर भड़के TMC नेता, भाजपा पर लगाया हित साधने का आरोप, बीजेपी ने किया पलटवार
पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम ने बीजेपी पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि आज के हालात में ऐसा लग रहा है कि ईडी को बीजेपी चला रही है. अगर सुवेंदु अधिकारी कह रहे हैं कि ईडी के कोई बयान देने से पहले ही भविष्य में बहुत कुछ मिलने वाला है. इसका मतलब ईडी राजनीतिक रूप से भाजपा से प्रभावित है.
West Bengal, BJP vs TMC: ममता बनर्जी सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी और ईडी की कार्रवाई को लेकर तृणमूल कांग्रेस बीजेपी पर निशाना साध रही है. टीएमसी नेताओं का कहना है कि बीजेपी अपना हित साधने के लिए केन्द्रीय एजेंसी का इस्तेमाल कर रही है. इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम ने बीजेपी पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि आज के हालात में ऐसा लग रहा है कि ईडी को बीजेपी चला रही है. अगर सुवेंदु अधिकारी कह रहे हैं कि ईडी के कोई बयान देने से पहले ही भविष्य में बहुत कुछ मिलने वाला है. इसका मतलब है कि ईडी राजनीतिक रूप से भाजपा से प्रभावित है.
In today's situation, it seems like ED is being run by BJP. If Suvendu Adhikari is saying that a lot of things are going to be found in the future even before ED is giving any statement. It means that ED is politically influenced by BJP: WB minister Firhad Hakim pic.twitter.com/uSi5wL9l5u
— ANI (@ANI) July 23, 2022
पार्थ चटर्जी को दो दिन की ईडी रिमांड: गौरतलब है कि, शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितता को लेकर ईडी ने पार्थ चटर्जी से पूछताछ के लिए उन्हें दो दिनों की रिमांड पर लिया है. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था और उन्हें बैंकशाल अदालत में पेश किया था. जहां से उन्हें ईडी की हिरासत में भेज दिया गया.
36 घंटे पूछताछ के बाद किया गया गिरफ्तार: पार्थ चटर्जी को उनके आवास पर करीब 26 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया. कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के तहत केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह-सी और डी कर्मचारियों के साथ-साथ शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है. ईडी घोटाले में राशि कहां से आयी और कहां गई इसकी पड़ताल कर रही है. ईडी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में दो मंत्रियों सहित करीब 12 व्यक्तियों के घरों पर एक साथ छापेमारी की थी और करीब 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किये थे.
बीजेपी ने किया पलटवार: इधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि टीएमसी नेताओं ने विभिन्न पदों पर भर्ती के सिलसिले में वर्षों से भारी धनराशि जमा की है. उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के स्पष्ट संदर्भ में कहा कि इस बात पर कोई विश्वास नहीं करेगा कि तृणमूल कांग्रेस के आलाकमान नेताओं को इसकी जानकारी नहीं थी. किसी का नाम लिए बगैर घोष ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘अब तक सामने आए सबूतों के आधार पर शीर्ष नेतृत्व से पूछताछ की जानी चाहिए.