पश्चिम बंगाल के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष ने अपने कैबिनेट सहयोगी ज्योतिप्रिय मल्लिक की कथित राशन घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तारी के विरोध में शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की युवा शाखा ने रैली का नेतृत्व किया. ज्योतिप्रिय मल्लिक को मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने पांच नवंबर तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया है. शुक्रवार को अदालत कक्ष में बेहोश होकर गिरने के बाद न्यायाधीश के आदेश पर उनका एक निजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
रथिन घोष ने दावा किया है कि मनरेगा की लंबित धनराशि जारी करने की मांग को लेकर हमारे नेता अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन को विफल करने के लिए ईडी और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी की जा रही है. जांच एजेंसी ने राज्य के वन मंत्री मल्लिक को कथित राशन वितरण घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में शुक्रवार तड़के गिरफ्तार किया था. तृणमूल कांग्रेस की युवा शाखा के सैकड़ों सदस्यों के विरोध मार्च का नेतृत्व करते हुए घोष ने कहा कि छापेमारी और गिरफ्तारियां लोगों के बकाये के लिए आंदोलन को नहीं रोक पाएंगी.
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इधर, तृणमूल नेता शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा कि किसी की गिरफ्तारी से यह साबित नहीं होता कि वह दोषी है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राजनीतिक रूप से तृणमूल से लड़ाई कर पाने में विफल है, इसलिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का सहारा ले रही है. तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने उपरोक्त मामले पर कहा कि इस तरह की ‘धमकी’ अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी को डरा नहीं सकती. मंत्री मल्लिक की गिरफ्तारी के बारे पूछे जाने पर राज्य के खाद्य व आपूर्ति मंत्री रथिन घोष ने कहा कि जांच अभी जारी है, इसलिए मैं अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकता. जांच पूरी होने दीजिये.
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