Kanpur : यूपी में कानपुर के नर्वल तहसील अन्तर्गत अम्रत सरोवर तालाब में गर्मी से निजात पाने के लिए 5 छात्र नहाने के लिए उतर गए. पानी मे डूबने से चार की मौत हो गई. वहीं एक छात्र बाल बाल बच गया. जानकारी लगते ही ग्रामीणों का मजमा लग गया और वह हंगामा करने लगे. बता दें कि नर्वल थाने के सामने तहसील परिसर में तालाब बना हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि तालाब में बच्चो के उतरने और नहाने के लिए कोई रोक नहीं लगाई गई. जिसके चलते नहाने के दौरान डूबने से 4 बच्चों की मौत हो गई.
बच्चो के तालाब में डूबने की सूचना पर मौके पर पहुची नर्वल पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद बच्चो के शव को तालाब से निकलवाया. जिसके बाद जांच के किए सीएचसी सरसौल भेजा. जहां डॉक्टरो ने 4 बच्चो को मृत घोषित कर दिया. वहीं एक बच्चे को इलाज के लिए काशीराम मेडिकल सेंटर भेजा है. वही गांव में बच्चों की मौत की खबर लगते ही कोहराम मच गया.
कानपुर के नर्वल तहसील में शैलेंद्र सिंह इंटर कॉलेज हैं. कॉलेज में शनिवार को हाफ-डे कर दिया गया था. इसके चलते स्कूल में पढ़ने वाले कई बच्चे तहसील परिसर में बने अमृत तालाब में नहाने चले गए. इसी दौरान सेमरझाल गांव का रहने वाला हाईस्कूल का छात्र सक्षम (15), अभय सविता (15) और सातवीं में पढ़ने वाले कृष्णा (13 ) व दिव्यांश अवस्थी (12) गहराई में उतरने लगे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया नहाने के दौरान एक छात्र डूबने लगा.
उसे बचाने के लिए साथी गहराई में उतरते चले गए और अंदाजा नहीं लगा सके. बचाने के चक्कर में चारों छात्र पानी में डूब गए. वहां मौजूद अन्य छात्रों ने शोर मचाया तो गांव के लोग दौड़कर आए.
मामले की जानकारी मिलते ही डीएम विशाख जी और पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड कांशीराम अस्पताल पहुंचे. अफसरों ने परिजनों को सांत्वना दी. इसके साथ ही डीएम ने कहा कि आखिर तहसील परिसर में बने इस तालाब में बच्चे नहाने कैसे उतर गए और इन्हें किसी ने रोका क्यों नहीं. तालाब में जाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाए. इसके साथ ही डीएम ने पूरे मामले में जांच का भी आदेश दिया है.