आगरा: अपने दोस्त मच्छर को जेल से छुड़ाने के लिए अपनाया चोरी का रास्ता, 2015 से पहले के वाहन करते थे चोरी
आगरा में अपने दोस्त को जेल से छुड़ाने के लिए दूसरे दोस्त ने वाहन चोरी का रास्ता अख्तियार कर लिया. 3 लोगों के साथ एक गिरोह बनाया और फिर वाहन चोरी करने लगे. इन वाहनों को चोरी कर यह लोग जिला जेल के पीछे स्थित झाड़ियों में छुपा देते थे.
Agra : अपने दोस्त को जेल से छुड़ाने के लिए दूसरे दोस्त ने वाहन चोरी का रास्ता अख्तियार कर लिया. 3 लोगों के साथ एक गिरोह बनाया और फिर वाहन चोरी करने लगे. इन वाहनों को चोरी कर यह लोग जिला जेल के पीछे स्थित झाड़ियों में छुपा देते थे. देर रात को पुलिस ने इन चारों को गिरफ्तार कर उनसे चोरी के वाहन भी बरामद किए हैं. और कानूनी कार्रवाई कर सभी को जेल भेज दिया गया है. डीसीपी नगर विकास कुमार ने बताया कि चोरी की बढ़ती वारदातों को देखते हुए तलाशी अभियान की शुरुआत की गई थी. इस दौरान 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. यह सभी अभियुक्त खुले में खड़े हुए दोपहिया वाहनों की रेकी कर मालिक के जाते ही उन्हें चोरी कर लेते थे. इन लोगों के पास से 8 एक्टिवा और एक बुलेट मोटरसाइकिल बरामद हुई है. इन सभी चारों अपराधियों का पुराना आपराधिक इतिहास भी है.
जेल में हुई थी शिवम मच्छर से दोस्ती
डीसीपी नगर ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अपराधियों में शेखर राणा पुत्र धर्मेंद्र सिंह निवासी बमरौली कटारा, पवनपुत्र लोहरे लाल निवासी थाना लोहामंडी, राकेश पुत्र कल्याण सिंह निवासी बमरौली कटारा और गौरव बघेल पुत्र हुकुम सिंह निवासी राजपुर चुंगी थाना सदर है. वहीं पूछताछ में जानकारी मिली की कुछ समय पहले अभियुक्त शेखर राणा एक मुकदमे में जेल गया था. जहां पर उसकी मुलाकात जेल में निरुद्ध कैदी शिवम मच्छर से हुई. शिवम के घरवाले जब उसे खाना देने आते थे तो शेखर और शिवम दोनों साथ में ही खाना खाते थे. दोनों की दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि जब शेखर जेल से बाहर निकल कर आया तो उसने शिवम मच्छर की जमानत कराने का प्लान बनाया. लेकिन पैसे का इंतजाम ना होने के चलते उसने 3 लोगों के साथ गिरोह बनाकर दो पहिया वाहन चोरी करना शुरू कर दिया और उसी को बेचकर पैसे इकट्ठे करने लगा. जिससे कि वह शिवम को जेल से छुड़ा सके.