दांत काटने पर भी रवि दहिया ने नहीं छोड़ी विरोधी की गर्दन, सहवाग ने भारतीय पहलवान को इस तरह किया सलाम
तोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympics 2020) में भारत का चौथा पदक पक्का करते हुए रवि दहिया (Ravi kumar dahiya) कजाखस्तान के नूरस्लाम सानायेव को ‘पिन फॉल’ पर हराकर फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बन गये हैं.
Tokyo Olympics 2020 : ओलिंपिक में बुधवार का दिन भारतीय पहलवानों के नाम रहा. इनमें से रवि दहिया (Ravi kumar dahiya) ने फाइनल में पहुंच कर भारत का चौथा मेडल पक्का कर दिया है. 57 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में उन्होंने कजाकिस्तान के नूरीस्लाम सनायेव को पटखनी देकर फाइनल का टिकट कटाया. गुरुवार को गोल्ड के लिए चुनौती पेश करेंगे. उनका मुकाबला मौजूदा विश्व चैंपियन रूस के जावुर युगुएव से होगा. वह अगर हार भी गये थे, तो रजत पदक पक्का है. बता दें कि सेमीफाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान के पहलवान ने रवि को दांत से भी काट लिया था.
How unfair is this , couldn’t hit our #RaviDahiya ‘s spirit, so bit his hand. Disgraceful Kazakh looser Nurislam Sanayev.
Ghazab Ravi , bahut seena chaunda kiya aapne #Wrestling pic.twitter.com/KAVn1Akj7F— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 4, 2021
सेमीफाइनल मुकाबले में एक मौका ऐसा आया जब कजाकिस्तान के नूरिस्लाम सनायेवे ने अपने उपर से 23 साल के रवि को हटाने के लिए उनका दांत से काटा लेकिन ये भारतीय खिलाड़ी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए डटा रहा. इस घटना की तसवीरें अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इन तसवीरों को देख कर लोग का गुस्सा कजाकिस्तान के पहलवान पर फूट पड़ा है. पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने इन तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा, ये कितना गलत है लेकिन इसके बावजूद खिलाड़ी रवि के जोश को दबा नहीं सका.
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रोमांचक रहा सेमीफाइनल : पिन फॉल से मुकाबला जीता
मैच में एक मिनट बाकी था, 9-2 से रवि पीछे थे. फिर विरोधी के दोनों पैरों पर हमला किया और उसे कस कर पकड़ लिया. इसके बाद कुछ और अंक हासिल करने में सफल रहे, फिर उसे जमीन पर पटखनी देकर ‘पिन फॉल’ से मुकाबला जीत लिया.
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क्या है पिन फॉल
जब कोई पहलवान प्रतिद्वंद्वी को चित कर उसके दोनों कंधे मैट से लगा देता है, तो उसे पिन फॉल कहते हैं. ओलिंपिक स्तर पर खास कर सेमीफाइनल में ऐसी जीत दुर्लभ होती है. रवि दहिया ने सेमीफाइनल में अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ ऐसा करके ही जीते.
Posted by : Rajat Kumar