Tokyo Olympics में होगा ‘मेड इन इंडिया’ का जलवा, मेरठ और दिल्ली में बने उपकरणों का होगा इस्तेमाल
Tokyo Olympics 2020 : कई खिलाड़ी ओलंपिक में अपने उपकरणों का इस्तेमाल करेंगे लेकिन कई स्पर्धा स्थल पर रैक में रखे उपकरण लेते हैं.
Tokyo Olympics 2020 : एथलेटिक्स में भले ही भारत के महाशक्ति बनने के आसार नहीं हो लेकिन भारत की उपकरण निर्माता कंपनियां तोक्यो ओलिंपिक स्टेडियम में ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं के दौरान अपनी उपस्थिति जरूर दर्ज करायेंगी. विश्व एथलेटिक्स ने जिन छह कंपनियों को शॉटपुट, चक्का और तारगोला फेंक स्पर्धाओं के दौरान उपकरण प्रदान करने की मंजूरी दी है , उनमें भारत की आनंद ट्रैक एंड फील्ड एक्विपमेंट (एटीइ), भल्ला इंटरनेशनल और नेल्को शामिल हैं. ये 23 जुलाई से शुरू हो रहे ओलिंपिक के दौरान शॉटपुट (7.26 किलो), चक्का (दो किलो) और तारगोला (7.26 किलो) मुहैया करायेंगी.
नागल ने तोक्यो ओलिंपिक के लिए एकल में कट हासिल किया
ओलिंपिक पुरुष एकल वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व कर सकेंगे. अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आइटीएफ) ने एआइटीए को इसकी पुष्टि की. अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआइटीए) ने दिविज शरण का नामांकन वापस लेकर पुरुष युगल प्रतियोगिता के लिए रोहन बोपन्ना के साथ उनकी जोड़ी बनायी है. नागल की 14 जून को रैंकिंग 144 थी, जो तोक्यो ओलिंपिक में सीधे प्रवेश के लिए आखिरी स्थान था. टेनिस में प्रविष्टियां स्वीकार करने की समय सीमा कुछ घंटे बाद (भारतीय समय के अनुसार शुक्रवार रात साढ़े बजे) समाप्त हो रही है.
प्रजनेश गुणेश्वरन रैंकिंग में 148वें स्थान पर होने के कारण अभी तक तोक्यो का टिकट नहीं कटा सके हैं, लेकिन यह देखा जाना बाकी है कि क्या वह समय सीमा तक कट ऑफ में जगह बना पाते है या नहीं. आइटीएफ ने प्रविष्टियों की समय सीमा समाप्त होने से कुछ घंटे पहले एआइटीए को सूचित किया कि नागल ओलिंपिक में पुरुष एकल में भाग लेने के पात्र हैं. इससे पहले गुरुवार को यह कट ऑफ रैंकिंग 130 थी और युकी भांबरी ने 127वीं रैंकिंग के साथ कट में प्रवेश कर लिया था.