टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020 ) से भारत के लिए बड़ी खुशखबरी आ रही है. ऐसी खबर है कि भारत को वेटलिफ्टिंग में रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) का रजत पदक अपग्रेड होकर गोल्ड में बदल सकता है.
दरअसल वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाली चीनी एथलीट होऊ जिहुई डोप टेस्ट में फंसती नजर आ रही हैं. फिलहाल उनका डोप टेस्ट किया जा रहा है. अगर होउ डोप टेस्ट में फेल होती हैं, तो नियमानुसान मीराबाई चानू का रजत मेडल अपग्रेड होकर गोल्ड में बदल जाएगा. मीराबाई आज स्वदेश लौटने वाली हैं. जबकि चीनी एथलीट जो अपना देश लौटने वाली थीं, उन्हें रुकने के लिए कहा गया है. खबर है की चीनी एथलीट होउ का किसी भी समय डोट टेस्ट हो सकता है.
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सोशल मीडिया पर मीराबाई को दी जा रही बधाई
चीनी एथलीट के डोप टेस्ट की खबर सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर खुशी की लहर है. फैन्स लगातार मीराबाई चानू को गोल्ड के लिए बधाई दे रहे हैं. लोगों ने मान लिया है कि चीनी एथलीट डोप टेस्ट में असफल जरूर होंगी. ऐसा इसलिए क्योंकि सभी ओलंपिक में उनके प्रदर्शन को देखते हुए अंदाज लगा रहे हैं.
Tokyo Olympics: Weightlifter Hou to be tested by anti-doping authorities, silver medallist Chanu stands chance to get medal upgrade
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— ANI Digital (@ani_digital) July 26, 2021
टोक्यो में मीराबाई ने 21 साल बाद भारत को दिलाया वेटलिफ्टिंग में मेडल
टोक्यो ओलंपिक में मीराबाई चानू ने 21 साल बाद भारत को मेडल दिलाया है. 49 किग्रा वर्ग में उन्होंने रजत पदक अपने नाम किया. 26 साल की चानू ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) से कर्णम मल्लेश्वरी के 2000 सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक से बेहतर प्रदर्शन किया.
कर्णम मल्लेश्वरी ने 2016 में रियो ओलंपिक में भारत को कांस्य पदक दिलाया था. चीन की होऊ जिहुई ने 210 किग्रा (94 किग्रा +116 किग्रा) के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता जबकि इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने 194 किग्रा (84 किग्रा +110 किग्रा) के प्रयास से कांस्य पदक अपने नाम किया.
स्नैच को चानू की कमजोरी माना जा रहा था, लेकिन उन्होंने पहले ही स्नैच प्रयास में 84 किग्रा वजन उठाया. उन्होंने अगले प्रयास में 87 किग्रा वजन उठाया और फिर इसे बढ़ाकर 89 किग्रा कर दिया जो उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 88 किग्रा से एक किग्रा ज्यादा था जो उन्होंने पिछले साल राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में बनाया था.