Tokyo Olympics 2020, Manika Batra : टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया (TTFI) ने मंगलवार को मनिका बत्रा के टोक्यो ओलंपिक में अपने मैचों के दौरान राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय की मदद नहीं लेने के फैसले को “अनुशासनहीनता का कार्य” बताया और कहा है कि जब कार्यकारी बोर्ड की बैठक होगी तो उन्हें निश्चित रूप से कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. बता दें कि मनिका अपने निजी कोच सन्मय परांजपे को खेलों में ले गई थी, लेकिन उन्हें केवल उनके साथ प्रशिक्षण की अनुमति दी गई थी और खिलाड़ी के उनके फील्ड ऑफ प्ले एक्सेस के अनुरोध को आयोजकों ने अस्वीकार कर दिया था.
TTFI के महासचिव अरुण कुमार बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कार्यकारी बोर्ड जल्द ही बैठक करेगा और इस अनुशासनहीनता के लिए उसके खिलाफ कार्रवाई पर फैसला करेगा. यह निश्चित रूप से अनुशासनहीनता का कार्य है. उसे अन्य खिलाड़ियों की तरह अपने मैचों के दौरान राष्ट्रीय कोच को कोर्ट-साइड बैठने देना चाहिए था. सौम्यदीप रॉय भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं और अब एक प्रतिष्ठित कोच हैं.
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बता दें कि सौम्यदीप रॉय टोक्यो ओलपिंक में भारत के कोच हैं और टीम के साथ टोक्यो गये हुए हैं. मालूम हो कि सौम्यदीप रॉय 2006 राष्ट्रमंडल खेलों की टीम स्पर्धा के स्वर्ण पदक विजेता और अर्जुन पुरस्कार विजेता हैं. बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में मनिका बत्रा के मैच के दौरान सौम्यदीप नजर नहीं आए थें, जबकि भारत के बाकी खिलाड़ियों के मैच के दौरान वह नजर आए थें. बाद में यह खबर सामने आयी थी कि मनिका ने ही कोच सौम्यदीप रॉय की मदद लेने से इनकार कर दिया था.
मालूम हो कि टेबल टेनिस में पदक की उम्मीद मानी जा रही मनिका बत्रा महिला एकल के तीसरे दौर तक ही पहुंच पाईं. मैच के दौरान मनिका बत्रा को कोच की कमी साफ खलती दिखी. दरअसल, मनिका के निजी कोच सन्मय परांजपे को उनके मुकाबले के दौरान स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं मिली थी. इसके विरोध में उन्होंने राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय की सेवाएं लेने से इनकार कर दिया था.