Tokyo Olympics: महिला हॉकी की जीत पर ‘रील लाइफ’ के Kabir Khan का मजेदार ट्वीट, क्यों कहा- 2 नवंबर को है धनतेरस
टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) के 10वें दिन भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची. क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराया. ओलंपिक में ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारत की पुरुष और महिला टीम एक साथ सेमीफाइनल में पहुंची है.
टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) के 10वें दिन भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची. क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराया. ओलंपिक में ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारत की पुरुष और महिला टीम एक साथ सेमीफाइनल में पहुंची है.
भारतीय टीम की जीत के बाद पूरे देश में जश्न मनाया जा रहा है. साथ ही महिला खिलाड़ियों और रियल लाइफ के ‘करीब खान (Kabir Khan)’, कोच सोर्ड मारिन (Sjoerd Marijne) को लगातार बधाई दी जा रही है.
Thank you for all the support and love. We will give everything again.
From: The Real Coach. 😉 https://t.co/TpKTMuFLxt— Sjoerd Marijne (@SjoerdMarijne) August 2, 2021
इधर भारतीय महिला हॉकी टीम की जीत के बाद बॉलीवुड अभिनेता और चक दे इंडिया फिल्म के रील लाइफ ‘करीब खान’ अचानक ट्रेंड में आ गये. महिला टीम के कोच मारिन की तुलना रील लाइफ के करीब खान से की जा रही है.
Sorry family , I coming again later 😊❤️ pic.twitter.com/h4uUTqx11F
— Sjoerd Marijne (@SjoerdMarijne) August 2, 2021
टीम इंडिया की जीत के बाद रील लाइफ के कोच ‘करीब खान’ शाहरुख खान ने भी खुद को ट्वीट करने से नहीं रोक पाये. उन्होंने कोच मारिन को टैग करते हुए मजेदार ट्वीट किया. बादशाह खान ने लिखा, हां…हां….कोई समस्या नहीं….वापस आते समय गोल्ड ले आना. शाहरुख ने आगे लिखा, इस बार धनतेरस भी 2 नवंबर को है.
दरअसल शाहरुख खान ने धनतेरस की चर्चा इसलिए की क्योंकि 2 नवंबर को ही उनका बर्थडे भी रहता है और इस साल धनतेरस भी है. धनतेरस में गोल्ड का अपना ही महत्व होता है.
गौरतलब है कि चक दे इंडिया फिल्म में शाहरुख खान महिला हॉकी टीम के कोच की भूमिका निभाते हैं. कोच कबीर खान की भूमिका में शाहरुख खान ने महिला टीम, जो लगातार खराब प्रदर्शन से पूरी तरह टूट चुकी थी, उसे अपनी मेहनत से फिर खड़ा किया और जीत का जुनून भर दिया. कुछ उसी तरह टीम इंडिया के कोच मारिन की भी कहानी है. जब उन्होंने महिला टीम का कोच बनाया गया था, उस समय कई सीनियर खिलाड़ी रिटायर हो चुके थे.
महिला टीम को फिर से खड़ा करने की जरूरत थी और वो काम मारिन ने कर दिखाया. उन्होंने टीम को संवारा और तराशा. आज अगर महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में पहुंची है, तो उसके पीछे कोच मारिन की भूमिका सबसे ज्यादा है.