टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020 ) के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian hockey team ) अर्जेंटीना के खिलाफ शेरनी की तरह लड़कर हारी. महिला टीम भले ही गोल्ड के सपने का साकार नहीं कर पायी, लेकिन कांस्य की उम्मीद को अब भी बरकरार रखा है. पहले क्वार्टर में पिछड़ने के बाद धमाकेदार वापसी करते हुए अर्जेंटीना की टीम ने सेमीफाइनल में भारत को 2-1 से हराया.
ओलंपिक इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची महिला हॉकी टीम की हार के बावजूद प्रशंसा हो रही है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले तो ट्वीट कर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया, फिर उसके बाद कप्तान रानी रामपाल से फोन पर बात की.
PM Narendra Modi had a telephone conversation with the women’s Hockey team captain Rani Rampal and coach Sjoerd Marijne. He expressed pride at the performance of the women's hockey team
(file photos) pic.twitter.com/b93xvz3KDo
— ANI (@ANI) August 4, 2021
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार पीएम मोदी ने महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल और कोच सोजर्ड मारिन से टेलीफोन पर बात की. उन्होंने रानी और कोच से कहा, हार से निराश नहीं होना चाहिए. पीएम मोदी ने टीम के प्रदर्शन पर गर्व जताया और कहा, टीम में शानदार खिलाड़ी हैं, जो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं. उन्होंने कहा, हार और जीत जिंदगी का हिस्सा है.
अर्जेंटीना के हाथों टीम इंडिया को मिली 1-2 की हार के तुरंत बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया और लिखा, एक चीज जिसे हम टोक्यो 2020 के लिए याद रखेंगे, वह है हमारी हॉकी टीमों का शानदार प्रदर्शन. प्रधानमंत्री ने आगे लिखा, आज और पूरे खेलों में हमारी महिला हॉकी टीम ने धैर्य के साथ खेला और शानदार कौशल दिखाया. पीएम मोदी ने टीम पर गर्व जताते हुए आगे के खेल और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं.
गौरतलब है कि सेमीफाइनल में भारतीय महिला टीम ने शानदार शुरुआत की और पहले दो मिनट में ही गुरजीत कौर ने अर्जेंटीना के खिलाफ पहला गोल दागा. पहले क्वार्टर में भारतीय टीम 1-0 की बढ़त बना ली थी, लेकिन दूसरे क्वार्टर में अर्जेंटीना की टीम ने वापसी की और पहला गोल दागा. स्कोर बराबर करने के बाद तीसरे क्वार्टर में 2-1 की बढ़त बना ली और आखिर तक उसे कायम रखा. इस तरह भारतीय टीम का ओलंपिक में गोल्ड जीतने का सपना टूट गया.