Tokyo Olympics: नीरज चोपड़ा ने भारत को दिलाया पहला गोल्ड, एथलेटिक्स में बदल दिया 125 साल का इतिहास

Neeraj Chopra win gold, javelin throw, first medal in athletics after 100 years भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने भारत को पहला गोल्ड दिलाया. इसके साथ ही नीरज ने एथलीट में 125 साल का इतिहास भी बदल दिया. एथलेटिक्स में125 साल बाद भारत को पहला ओलंपिक पदक मिला है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2021 7:23 PM

Tokyo Olympics 2020 का 15वां दिन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा. भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने भारत को पहला गोल्ड दिलाया. इसके साथ ही नीरज ने एथलीट में 125 साल का इतिहास भी बदल दिया. एथलेटिक्स में125 साल बाद भारत को पहला ओलंपिक पदक मिला है. इसके साथ भारत के खाते में 7वां पदक भी आ गया है.

नीरज ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद तिरंगा लेकर मैदान का चक्कर लगाया और इसका जश्न मनाया. नीरज क्वालीफिकेशन में अपने पहले प्रयास में 86.59 मीटर भाला फेंककर शीर्ष पर रहकर फाइनल में जगह बनायी थी. फाइनल में उन्होंने पहले प्रयास में 87.03 मीटर भाला फेंका था और वह शुरू से ही पहले स्थान पर चल रहे थे.

तीसरे प्रयास में वह 76.79 मीटर भाला ही फेंक पाये जबकि चौथे प्रयास में फाउल कर गये. उन्होंने छठे प्रयास में 84.24 मीटर भाला फेंका लेकिन इससे पहले उनका स्वर्ण पदक पक्का हो गया था.

नीरज व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय

इसके साथ ही नीरज ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. नीरज भारत की ओर से व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं इससे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था.

ऐसा रहा है एथलीट में भारत का इतिहास

भारत ने पहली बार एंटवर्प ओलंपिक 2020 में एथलेटिक्स में भाग लिया था लेकिन तब से लेकर रियो 2016 तक उसका कोई एथलीट पदक नहीं जीत पाया था. दिग्गज मिल्खा सिंह और पीटी ऊषा क्रमश 1960 और 1984 में मामूली अंतर से चूक गये थे. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) अब भी नार्मन प्रिचार्ड के पेरिस ओलंपिक 1900 में 200 मीटर और 200 मीटर बाधा दौड़ में जीते गये पदकों को भारत के नाम पर दर्ज करता है लेकिन विभिन्न शोध तथा अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (अब विश्व एथलेटिक्स) के अनुसार उन्होंने तब ग्रेट ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व किया था.

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