कोलकाता : पॉलिटिक्स एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां कोई भी आ सकता है. इसके लिए विशेष योग्यता की आवश्यकता नहीं पड़ती. बंगाल की बात करें, तो ग्लैमरस और प्रसिद्ध लोगों के लिए राजनीति करना बेहद आसान है. राजनीतिक पार्टियां अपना वजूद बचाने और पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए ग्लैमर की दुनिया के लोगों को अपने साथ जोड़ती हैं. इस बार भी ऐसा ही हो रहा है. लेकिन, अभिनेत्रियों को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जाता है. हर बार अभिनेत्रियों को ही क्यों निशाने पर लिया जाता है?
दरअसल, दो साल पहले भी जब टॅालीवुड अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहां रूही को लोकसभा चुनाव में उतारा गया, तो सोशल मीडिया पर दोनों को ट्रोल किया गया. कहा कि राजनीति का कोई तजुर्बा नहीं है. सिर्फ ग्लैमर की वजह से उन्हें चुनाव में उतारा जा रहा है. ऐसी सभी अभिनेत्रियों पर हमले किये गये. अब दो साल बाद विधानसभा चुनाव में भी अन्य टॅालीवुड अभिनेत्रियों के राजनीति में शामिल होने पर फिर से सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स एक्टिव हो गये हैं.
सोमवार को ही टॅालीवुड अभिनेत्री श्रावंती बीजेपी में शामिल हुई है. संभवत: भाजपा उन्हें उम्मीदवार भी बना सकती है. राजनीति में आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर वह ट्रोलर्स का शिकार बन गयीं. कहीं उनके वैवाहिक जीवन को लेकर उन पर कीचड़ उछाला गया, तो मीम्स भी शेयर किये जा रहे हैं. वहीं, बीजेपी में शामिल हुईं पायल सरकार और तृणमूल में शामिल हुईं सायनी घोष भी ट्रोलर्स का शिकार हो रही हैं.
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हालांकि, चुनावी बयार में कई अभिनेता भी राजनीति में शामिल हुए हैं. कुछ दिनों पहले यश दासगुप्ता और हिरन भी शामिल हुए हैं, लेकिन उन पर इस तरह से व्यक्तिगत आक्रमण सोशल मीडिया पर नहीं किया जा रहा. इस मामले में जादवपुर लोकसभा क्षेत्र की सांसद व अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती का कहना है कि अंगुलियां सिर्फ लड़िकयों पर ही उठती है. हर बात पर उन पर व्यक्तिगत हमले किये जाते हैं.
अभी तो मैं ट्रोलर्स को कोई महत्व ही नहीं देती हूं. इन सब के लिए मेरे पास समय नहीं है.’ इसी तरह का बयान नुसरत जहां का भी है. बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र की सांसद व अभिनेत्री नुसरत जहां का कहना है कि ‘ ट्रोलर्स को महत्व देने का कोई मतलब नहीं है. मेरे सांसद बनने के बाद ट्रोलिंग और ज्यादा बढ़ गयी है. सोशल मीडिया पर वक्तव्य को लेकर मैं क्यों परेशान रहू. व्यक्तिगत जीवन को लेकर मुझे कई आपत्तिजनक वक्तव्य सुनने को मिलता है. व्यक्तिगत मामलों को लेकर मैं किसी को कोई सफाई नहीं देना चाहती हूं’
मिमी कहती हैं कि अभी तो मैं ट्रोलर्स को कोई महत्व ही नहीं देती हूं. इन सबके लिए मेरे पास समय नहीं है. नुसरत जहां का भी ऐसा ही कहना है. बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र की सांसद व अभिनेत्री नुसरत जहां का कहना है कि ट्रोलर्स को महत्व देने का कोई मतलब नहीं है. मेरे सांसद बनने के बाद ट्रोलिंग और ज्यादा बढ़ गयी है. सोशल मीडिया पर वक्तव्य को लेकर मैं क्यों परेशान रहूं. व्यक्तिगत जीवन को लेकर कई आपत्तिजनक बातें मुझे सुनने को मिलती हैं. व्यक्तिगत मामलों पर मैं कोई सफाई नहीं देना चाहती.
बीजेपी, तृणमूल और लेफ्ट में आईटी सेल है. सभी पार्टियां एक-दूसरे की खामियां ढूंढ़ने में व्यस्त हैं. जब मिमी और नुसरत पर व्यक्तिगत आक्रमण किये जाते हैं, तब उनकी पार्टी नारी के अपमान का विरोध करने के लिए मुखर होती है. मगर यही पार्टी दूसरे दल पर व्यक्तिगत हमले करने से नहीं बचती. इस मामले में तृणमूल में शामिल हुई डायरेक्टर सुदेषणा राय का कहना है कि जिस तरह से श्रावंती पर व्यक्तिगत हमले किये जा रहे हैं, उसका मैं बिल्कुल समर्थन नहीं करती.
कहा कि इसी तरह की घटना मिमी और नुसरत के साथ भी घटी थी. किसी का विरोध करने का मतलब उस पर व्यक्तिगत हमला करना नहीं होता है. मैं बॅाडी शेमिंग और कैरेक्टर शेमिंग के खिलाफ हूं. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि सिर्फ महिलाओं के साथ ही ऐसा होता है. पुरुषों को कोई कुछ नहीं कहता है. लड़कियों को नीचा दिखाकर इस पुरुष प्रधान समाज को खुशी मिलती है. वहीं, इस मामले में श्रावंती का बयान नहीं मिल पाया है.
Posted by : Babita Mali