Top Gun Maverick Movie Review: टॉम क्रूज के फैंस के लिए एक सौगात की तरह है टॉप गन मैवरिक
Top Gun Maverick Movie Review: सीक्वल फिल्मों का सुपरहिट फार्मूला हॉलीवुड के साथ-साथ अब बॉलीवुड के लिए भी नया नहीं हैं. ऐसे में आज टॉम क्रूज की फिल्म ‘टॉप गन मैवरिक’ रिलीज हो गई है.
फ़िल्म-टॉप गन मैवरिक
निर्देशक – जोसफ कोनसिनस्की
कलाकार – टॉम क्रूज, जेनिफर, माइल्स टेलर, मोनिका, वाल किल्मर और अन्य
प्लेटफार्म -सिनेमाघर
रेटिंग -तीन
सीक्वल फिल्मों का सुपरहिट फार्मूला हॉलीवुड के साथ-साथ अब बॉलीवुड के लिए भी नया नहीं हैं, लेकिन टॉप गन मैवरिक कई मायनों में खास है. यह फिल्म 35 साल पहले रिलीज हुई फिल्म टॉप गन का सीक्वल है. 1986 में रिलीज हुई इसी फिल्म ने अभिनेता टॉम क्रूज को सुपरस्टारडम दिलवाया था. उस वक्त उनकी उम्र 24 साल की थी इस सीक्वल के वक्त टॉम क्रूज 59 साल के हो चुके हैं, लेकिन इस सीक्वल फिल्म में भी उनका हीरोइज्म सर चढ़कर बोल रहा है. यही बात इस फिल्म को खास बना देती है कि 35 साल बाद भी वह स्क्रीन पर चित परिचित अंदाज में नजर आए हैं.अपने पसंदीदा स्टार को उसी किरदार में उसी अंदाज में देखना किसे नहीं भाएगा. यह फिल्म टॉम क्रूज के प्रसंशकों के लिए एक सौगात की तरह है . यह कहना गलत ना होगा.
ये है फिल्म की कहानी
कहानी की बात करें तो पीट मिशेल यानी मैवरिक (टॉम क्रूज) की टॉप गन में वापसी हुई है, लेकिन प्रशिक्षक के तौर पर.हमेशा की तरह अमेरिका अपनी सीमा को सुरक्षित रखना चाहता है और दुश्मन के खतरनाक हथियार उसके लिए सिर दर्द बन चुके हैं. इसलिए दुश्मन की सरजमीं पर जाकर उसके खतरनाक हथियारों को नष्ट करना उसका मकसद है. इसी मकसद को पूरा करवाने के लिए टॉप गन अपने सबसे बेहतरीन युवा पायलटस का प्रशिक्षण मैवरिक से करवाना चाहता है लेकिन मैवरिक के लिए यह आसान नहीं है. मैवरिक का खतरों से खेलने का शौक इस उम्र में भी कम नहीं हुआ है.वह खुद इस मिशन को अंजाम देना चाहता है. ऐसे में मैवरिक प्रशिक्षण के लिए कैसे राजी होगा. सिर्फ यही नहीं अतीत का कुछ ऐसा है जो उसके सामने आ जाता है. उसके अजीज दोस्त की मौत से वह अब तक उबर नहीं पाया है. उसके बेटे से अब उसका सामना है, साथ ही प्रशिक्षक की जिम्मेदारी की चुनैतियां भी हैं.
भावनात्मक पहलू को दिखाता है फिल्म
टॉप गन एक्शन फ्रेंचाइजी है और एक्शन स्टार टॉम क्रूज है तो, फिल्म जबरदस्त एक्शन दृश्यों से भरी पड़ी होगी और वह है भी. फिल्म में पूरे रफ्तार और रोमांच से भरी हवाई कलाबाजियां हैं, जो स्कीन पर आपकी आंखों को थमने को मजबूर कर देते हैं, लेकिन साथ ही एक भावनात्मक पहलू भी कहानी का अहम हिस्सा है. जिसके लिए फिल्म की लेखन टीम की तारीफ करनी होगी कि इस बार की कहानी में भी उन्होंने एक्शन के साथ इमोशन को महत्व दिया हैं. फिल्म में पुरानी फिल्म की कई दृश्यों को दुहराया गया है, फिर चाहे बीच में बॉलीबॉल खेलना हो. प्लेन से बाइक की रेस लगाना हो या पहली .फिल्म की कई यादों को तस्वीर के ज़रिए परदे पर दिखाना. जो इस फिल्म के प्रसंशकों का नोस्टाल्जिया का एहसास देगा.
फिल्म में है ये खामियां
खामियों की बात करें तो इस बार टॉप गन में महिला पायलट भी साथ में नजर आईं हैं, लेकिन फिल्म में उनके करने को कुछ खास नहीं था. वैसे फिल्म में किसी भी महिला पात्र के लिए कुछ खास करने को नहीं था. यह बात अखरती भी है. उम्मीद है कि टॉप गन की आनेवाली फ्रेंचाइजी में किसी महिला पायलट को कहानी की अहम धुरी में रखा जाए. पहली फिल्म में दोस्ती के साथ साथ रोमांस का पहलू भी. फिल्म के अहम हाईलाइटस में से था, लेकिन इस बार रोमांस का वह पहलू कहानी से गायब है.
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टॉम क्रूज की फिल्म
अभिनय की बात करें तो टॉम क्रूज ने 59 साल की उम्र में भी मैवरिक के किरदार को उसी जज्बे के साथ जिया है जो उन्होंने 24 साल की उम्र में दिखाया था. यह फिल्म पूरी तरह से टॉम क्रूज की फिल्म है. हर फ्रेम में उन्होंने अपने किरदार के हीरोइज्म, द्वंद, संघर्ष को बखूबी दिखाया गया है. बाकी के किरदारों ने उनका बखूबी साथ दिया है फिर चाहे जेनिफर हो या फिर माइल्स या दूसरे किरदार. फिल्म के गीत संगीत विषय के साथ न्याय करते हैं. कुल मिलाकर आप टॉम क्रूज के फैन हैं और एक्शन में रोमांच के साथ-साथ रफ्तार के भी शौकीन हैं तो टॉप गन आपके लिए एक ट्रीट साबित होगी.