आगरा. दिल्ली से आए एक बुर्जुग पर्यटक को ताजमहल में घूमने के दौरान हार्ट अटैक आ गया. ऐसे में साथ में मौजूद बेटे और अन्य परिजन घबरा गये. जब बेटे को पिता के इलाज के लिए मौके पर कोई इन्तजाम नहीं दिखाई दिया तो बेटे ने अपने पिता को तुरंत सीपीआर देना शुरू कर दिया. बेटा काफी देर तक पिता को मुँह से साँसें देता रहा. जिसके काफी देर बाद पिता ने आँखें खोली. जिसके बाद उन्हें मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्व प्रसिद्ध स्मारक ताजमहल का दीदार करने के लिए दिल्ली के पर्यटक रामराज अपने बेटे और परिवार के साथ आगरा आए थे. इस दौरान ताजमहल में दोपहर करीब साढ़े 12 बजे रामराज की तबियत अचानक से बिगड़ने लगी. उन्होंने अपने परिजनों से सीने में दर्द की शिकायत की और दर्द के बारे में बताते हुए राम राज अचानक से जमीन पर गिर पड़े. यह माजरा देखकर घरवाले सभी घबराने लगे. राम राज के बेटे ने तत्काल उन्हें ताजमहल परिसर में ही जमीन पर लिटा लिया.
बेटे ने मेडिकल हेल्प की भी मांग की लेकिन कोई भी मदद नहीं मिल सकी. जिसके बाद बेटे ने अपने पिता को तत्काल प्राथमिक इलाज देना शुरू कर दिया और अपने पिता को सीपीआर देना शुरू कर दिया. बेटे ने दोनों हाथों से पिता की छाती को दबाया और इसके बाद मुँह से मुँह लगाकर पिता को सांस देने लगा. यह पूरा माजरा देखकर वहां तमाम पर्यटकों की भीड़ भी एकत्रित हो गई. फौजी बेटा लगातार अपने पिता को सीपीआर देता रहा. और अन्य परिजन भी बुजुर्ग के पैर रगड़ते रहे. ऐसे में करीब तीन से चार मिनट बाद आखिरकार पिता की आँखें खुल गई. उनके होश में आने के बाद सभी परिजनों ने चैन की सांस ली. और उन्हें दवाई दीं.
मौके पर मौजूद पर्यटकों के अनुसार राम राज को ताजमहल में अटैक पड़ने पर तत्काल मदद नहीं मिली. सिर्फ उनके बेटे की सूझबूझ की वजह से ही बुजुर्ग की जान बच पाई. हालांकी कुछ समय बाद एंबुलेंस आने पर उन्हें मिलिट्री हॉस्पीटल ले जाया गया. जहाँ उनका इलाज चल रहा है. ताजमहल के संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि एक बुजुर्ग पर्यटकों की तबियत खराब हो गई थी. उन्हें सूचना मिलने के सात मिनट में एंबुलेंस उपलब्ध करा दी गई थी.