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हजारीबाग में ट्रैक्टर ने एक गर्भवती महिला को कुचला, पिता ने लगाई इंसाफ की गुहार

हजारीबाग में ट्रैक्टर के लिए लिये गये कर्ज की किश्त न चुका पाने पर जबरन ट्रैक्टर उठाने आये फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने गर्भवती महिला को ट्रैक्टर से कुचल कर मार दिया. जिसके बाद पिता ने इंसाफ की गुहार लगाई है. पिता ने दोषियों को फांसी देने की मांग की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 18, 2022 8:43 AM

Hazaribagh news: हजारीबाग में ट्रैक्टर की किश्त समय पर न चुका पाने पर किसान का ट्रैक्टर जबरन उठाने आये फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने किसान की गर्भवती बेटी को वाहन से कुचल दिया. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी थी. इसे लेकर पिता ने दोषियों को फांसी देने की मांग की है. मीडिया से कहा है कि मुझे सरकार से कुछ नहीं चाहिए, न तो कोई हर्जाना चाहिए न ही कोई सरकारी लाभ चाहिए, मुझे तो सिर्फ अपनी बेटी के लिए इंसाफ चाहिए और वह इंसाफ हत्यारों और जालिमों को मौत की सजा से कम कुछ भी नहीं हो सकता है.

दोषियों को फांसी देने की मांग : पिता

बता दें कि मिथिलेश मेहता किसान हैं और उनके चार बच्चों में मोनिका सबसे बड़ी बेटी थी और नजदीक के ही डुमरांव गांव के एक व्यापारी से उसकी पिछले वर्ष मई में शादी हुई थी. वह तीन माह की गर्भवती थी. मिथिलेश मेहता अपनी बेटी के लिए प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द दोषियों को फांसी दी जाए.

क्या है पूरा मामला

हजारीबाग के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे ने बताया कि इचाक पुलिस थाना क्षेत्र के बरियाठ के दिव्यांग किसान मिथिलेश मेहता को महिंद्रा फाइनेंस कंपनी से संदेश मिला था कि वह ट्रैक्टर खरीदने के लिए लिये गये कंपनी के कर्ज की एक लाख 30 हजार रुपये की बकाया किश्तें गुरूवार तक अवश्य जमा करा दें लेकिन जब वह ऐसा नहीं कर सका तो शुक्रवार को फाइनेंस कंपनी के एजेंट एवं अधिकारी उसके घर पहुंचे और उसका ट्रैक्टर उठा लिया. उन्होंने बताया कि जब वह किसान का ट्रैक्टर ले जाने लगे तो किसान उनके पीछे भागा और तत्काल एक लाख, बीस हजार की बकाया राशि देने की बात कही लेकिन फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी नहीं माने और उसका ट्रैक्टर जबरन लेकर जाने लगे. उन्होंने बताया कि दिव्यांग किसान की 27 वर्षीय बेटी मोनिका उन्हें रोकने के लिए पीछे भागी,लेकिन वह वाहन की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव रखकर प्रदर्शन किया और परिवार को तत्काल दस लाख रूपये का मुआवजा देने और फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों को गिरफ्तार करने की मांग की.

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मुआवजा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग: अन्नपूर्णा यादव

केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री अन्नपूर्णा यादव ने परिवार से मुलाकात की और उनका ढांढ़स बड़ाया. उन्होंने सरकार से तत्काल परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की. हजारीबाग के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस सिलसिले में चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है और सभी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस मुख्यालय के उपाधीक्षक राजीव कुमार के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया गया है जो उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.

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