Jharkhand news: बुझ गया घर का इकलौता चिराग, रामगढ़ के गोला में स्कूल जा रहे छात्र को ट्रैक्टर ने कुचला,हुई मौत
jharkhand news: रामगढ़ के गोला स्थित चोकांद गांव पास ट्रैक्टर ने स्कूल जाते एक छात्र को कुचल दिया. मौके पर ही छात्र की मौत हो गयी. मृतक घर का इकलौता पुत्र था. पिता हैदराबाद में मजदूरी करते हैं. मौत की सूचना पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
Jharkhand news: रामगढ़ जिला अंतर्गत गोला थाना क्षेत्र के झिंझरीटांड़-बेटुलकला मार्ग स्थित चोकाद गांव के समीप ट्रैक्टर के कुचलने से एक स्कूली छात्र की मौत हो गयी. मृतक छात्र की पहचान चोकाद निवासी भीमेश महतो के पुत्र अमन महतो (13 वर्ष) के रूप में हुई. इस सड़क दुर्घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इधर, चालक ट्रैक्टर छोड़कर भाग गया. जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया है. इस संबंध में थाना प्रभारी सिद्धांत ने बताया कि परिजनों द्वारा लिखित शिकायत के आधार पर उचित कार्रवाई की जायेगी.
परिजनों ने बताया कि अमन महतो आदर्श उच्च विद्यालय, सोसोकला में सातवीं वर्ग में पढ़ता था. वह अपनी साइकिल से स्कूल जा रहा था. इस बीच ईंट लोड कर विपरीत दिशा से आ रहे ट्रैक्टर ने छात्र को अपनी चपेट में ले लिया. जिससे घटनास्थल पर ही छात्र की मौत हो गयी. छात्र का साइकिल भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. हालांकि ग्रामीणों ने छात्र को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
तीन लाख रुपये में हुआ समझौता
घटना के बाद परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर कुछ देर तक शव को अस्पताल में ही रोके रखा. इस दौरान बीडीओ संतोष कुमार एवं थाना प्रभारी सिद्धांत की मौजूदगी में अस्पताल परिसर में ही क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों की पहल पर ट्रैक्टर मालिक ने मृतक छात्र के परिजन को तीन लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही. तत्काल एक लाख 50 हजार रुपये देने एवं 10 दिन बाद शेष राशि देने की बात कही. वहीं, बीडीओ द्वारा सरकारी प्रावधान के अनुसार एक लाख रुपये मुआवजा राशि देने की बात कही गयी. इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
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मां एवं बहन का रो-रोकर बुरा हाल
इस सड़क दुर्घटना के बाद से मृतक की मां रोते-रोते बार-बार बेहोश हो रही थी. जबकि उसकी बड़ी बहन शव के पास से हटने का नाम नहीं ले रही थी. अन्य परिजनों द्वारा उसे शव के पास से हटाया जा रहा था, लेकिन वह दोबारा वहीं जा रही थी. बताया जाता है कि अमन भीमेश महतो का इकलौता पुत्र था. उसकी एक बड़ी बहन खुशबू कुमारी है, जो इंटर में पढ़ती है. जबकि पिता हैदराबाद में मजदूरी का काम करते हैं. घटना की सूचना उसके पिता को दे दी गयी है. बताया जाता है कि भीमेश महतो का मुख्य पेशा कृषि कार्य है. वह अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए शुरू से ही बाहर में मजदूरी करते हैं.
अमन को स्कूल जाने से रोक रही थी मां
परिजनों ने बताया कि सुबह में स्कूल जाने से अमन को उसकी मां रोक रही थी. क्योंकि खेत में काटकर रखा हुआ धान घर लाना था. लेकिन अमन स्कूल जाने की जिद करने लगा. क्योंकि गुरुवार को भी वह घर में काम होने की वजह से स्कूल नहीं जा सका था. बताया जाता है कि वह पढ़ने में तेज था. वह स्कूल से अनुपस्थित बहुत कम रहता था.
Posted By: Samir Ranjan.