बिना ब्याज ट्रैक्टर दिलाने के नाम पर दो करोड़ से अधिक की कर ली निकासी, धनबाद, जामताड़ा के किसानों के नाम पर उठाया लोन

tractor scam in dhanbad and jamtara district of jharkhand : बिना सूद, बिना डाउन पेमेंट के ट्रैक्टर दिलाने के नाम पर धनबाद व जामताड़ा जिले के दर्जनों किसानों के नाम पर विभिन्न बैंकों व फाइनेंस कंपनी से दो करोड़ रुपये से अधिक राशि के निकासी का मामला प्रकाश में आया है. गहन जांच होने पर गबन की राशि और भी बढ़ सकती है. गबन करने वाला शो-रूम संचालक यहां प्रतिष्ठान में ताला मार कर फरार हो गया है.

By Mithilesh Jha | March 14, 2020 1:07 PM

संजीव झा

धनबाद : बिना सूद, बिना डाउन पेमेंट के ट्रैक्टर दिलाने के नाम पर धनबाद व जामताड़ा जिले के दर्जनों किसानों के नाम पर विभिन्न बैंकों व फाइनेंस कंपनी से दो करोड़ रुपये से अधिक राशि के निकासी का मामला प्रकाश में आया है. गहन जांच होने पर गबन की राशि और भी बढ़ सकती है. गबन करने वाला शो-रूम संचालक यहां प्रतिष्ठान में ताला मार कर फरार हो गया है.

चिंतामणि ऑटोमोबाइल नामक एक शो-रूम बरवाअड्डा थाना क्षेत्र में खुला. शो-रूम का मुख्य शाखा जामताड़ा में बताया जाता है. शो रूम की संचालिका रजनी राय पति अरविंद राय बतायी जाती है. अरविंद राय खुद को रेल कर्मी बताते हैं तथा चितरंजन में पोस्टिंग की बात कहते थे.

शो-रूम खुलने के बाद धनबाद जिला के ग्रामीण क्षेत्र में एजेंटों के माध्यम से किसानों को बिना ब्याज व बिन डाउन पेमेंट के ट्रैक्टर दिलाने की योजना का फॉर्म भरवाया गया. कहा गया कि डाउन पेमेंट भी कंपनी की तरफ से ही दिया जायेगा.

किसानों से फॉर्म भरवा कर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक, इलाहबाद बैंक, श्रीराम फाइनेंस ट्रांसपोर्ट कंपनी धनबाद से लोन दिलवाया गया. पीड़ित किसानों के अनुसार लोन के लिए डाउन पेमेंट भी चिंतामणि ऑटोमोबाइल की तरफ से ही जमा कराया गया.

सभी किसानों को एक-एक कर बैंक ले जा कर कागजी प्रक्रिया पूरी करायी गयी. एक ट्रैक्टर के साथ फोटो भी खींचवाया गया. सभी किसानों से ट्रैक्टर प्राप्ति के कागजात पर भी हस्ताक्षर करा लिया गया. इसके बाद कहा गया कि बैंक से चेक मिलते ही ट्रैक्टर हैंडओवर हो जायेगा. यह कह कर किसानों को दौड़ाया गया.

नोटिस से हुआ खुलासा

इस मामले का खुलासा कुछ किसानों को श्रीराम फाइनेंस कंपनी तथा यूनियन बैंक द्वारा किश्त जमा नहीं करने को लेकर जारी नोटिस के बाद लोगों के होश उड़ गये. बरवाअड्डा व जामताड़ा स्थित शो-रूम में गये तो वहां ताला लगा मिला. राजगंज थाना क्षेत्र के घनश्याम महतो ने धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र लिख कर मामले की जानकारी देते हुए चिंतामणि शो-रूम के संचालक व एजेंटों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है.

क्या कहते हैं ग्रामीण

ग्रामीणों ने बताया कि धनबाद जिला के बरवाअड्डा में चिंतामणि ऑटोमोबाइल कंपनी का शोरूम खोला गया और उसका एजेंट के रूप में इंतफाक आलम उर्फ गुड्डू जो बराकर (बंगाल) का रहने वाला है ने उन लोगों से संपर्क कर बिना ब्याज ट्रैक्टर के लिए ॠण दिलाने का प्रलोभन दिया.

इसके झांसे में आकर उनके द्वारा बताये गये सभी कागजातों पर हस्ताक्षर कर दिये. किसानों ने बैंक में जाकर खाता भी खोला. किसानों के नाम से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के ढोकरा, गोविंदपुर, धनबाद शाखा, इलाहाबाद बैंक के पुटकी शाखा, श्रीराम फाइनेंस ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड धनबाद, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कई शाखा से ॠण लिया गया है.

किन-किन के साथ हुई जालसाजी

एसएसपी को दिये आवेदन के अनुसार जालसाजी के शिकार धनबाद के किसानों में लालू रजवार , मंगल कौल, अनुज कुमार दास, अर्जुन दास, गणेश कुमार रावत, तारापद नापित, राजेश कुमार सिंह, बिरजू दास, मियांजान मियां, कालीचरण कौल, देवीलाल हेंब्रम, मोहम्मद शाहनवाज, लुकमान काजी, निरंजन तुरी, गुलाम अंसारी, मोबिन अंसारी, अरुण राजवंशी, अलीम अंसारी, तपेश्वर साव, युगल किशोर रेवट, मुश्ताक अंसारी, लखन किस्कू, कल्पना मुर्मू, सनातन बास्की (सभी बरवाअड्डा थाना), कयूम अंसारी (कतरास थाना), सोहराब अंसारी (तोपचांची थाना), घनश्याम महतो (राजगंज थाना) के नाम पर ट्रैक्टर के लिए बैकों व फाइनेंस कंपनी से लोन की राशि ली गयी है. प्रति किसान 7.35 लाख रुपये का चेक लिया गया है.

दो वर्ष से चल रहा था गोरखधंधा

ब्याज रहित लोन दिलाने के नाम पर ठगी का यह धंधा दो वर्ष से चल रहा था. विश्वास जमाने के लिए कई किसानों के एक-दो किश्त की राशि भी चिंतामणि ऑटोमोबाइल द्वारा भुगतान किया गया. एजेंटों को भी कमीशन के रूप में खासी राशि का भुगतान किये जाने की बात कही जा रही है.

खड़े हो रहे कई सवाल

चिंतामणि ऑटोमोबाइल की तरफ से क्या यहां जीएसटी का भुगतान किया जा रहा था. किस कंपनी का ट्रैक्टर देने की बात थी. क्या उतने ट्रैक्टर की खरीद उस कंपनी से हुई थी. बैंक में लोन के साथ ट्रैक्टर के जो कागजात मोरगेज हुए उसका चेसिस नंबर क्या एक है या अलग-अलग. बैंकों से लोन के मद में चेक किसके नाम से दिया गया. उस खाता का संचालक कौन है. अगर ट्रैक्टरों की खरीद हुई तो किन-किन के नाम पर उसका निबंधन जिला परिवहन कार्यालय से कराया गया. इन सारे सवालों का जवाब पुलिस के अनुसंधान में ही मिल सकता है.

दो मोबाइल नंबर पर हुआ निबंधन

सूत्रों के अनुसार चिंतामणि ऑटोमोबाइल की तरफ से कुछ ट्रैक्टर का निबंधन जिला परिवहन कार्यालय जामताड़ा से कराये जाने का मामला भी सामने आया है. जिला परिवहन पदाधिकारी जामताड़ा की तरफ से 27 फरवरी 2020 को बड़े बकायेदारों की जारी सूची में ऐसे ट्रैक्टर के निबंधकों का नाम है. हैरत की बात यह है कि अधिकांश वाहनों के निबंधन में मोबाइल नंबर 9102260522 तथा 9631359192 का इस्तेमाल किया गया है.

यूनियन बैंक ने जारी किया नोटिस

जालसाजी के शिकार होने वालों में से एक मोबिन अंसारी को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ढोकरा शाखा की तरफ से एक फरवरी 2020 को नोटिस जारी किया गया. इसमें लोन की एवज में किश्त का भुगतान नहीं करने की बात कही गयी है. उनके उपर 3.33 लाख रुपये का लोन बताया जा रहा है.

पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच हो : राही

भाजपा नेता रमेश राही ने ब्याज रहित ट्रैक्टर दिलाने के नाम पर हुई वित्तीय गड़बड़ी की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. कहा कि मुख्यमंत्री पूरे मामले में जांच करा कर गरीब किसानों को राहत दिलायें. जिन किसानों, ग्रामीणों के साथ ठगी हुई है, वे बेदह गरीब हैं. जेल जा कर भी लोन की राशि नहीं लौटा सकते. इस मामले में बैंक प्रबंधकों की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए. 17 मार्च को ठगी के शिकार किसानों के साथ चिल्ड्रेन पार्क जगजीवन नगर में बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे. सड़क पर उतरेंगे.

Next Article

Exit mobile version