Prayagraj News: उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल के दूरसंचार विभाग द्वारा सिग्नलिंग प्रणाली में लगातार आधुनिकीकरण किया जा रहा है. कानपुर खंड के बमरौली-मनौरी स्टेशनों के बीच 08.49 किमी लम्बे खंड पर ऑटोमैटिक सिग्नलिंग प्रणाली कमीशन शुरू होने से अब प्रयागराज पहुंचने वाली ट्रेनें समय पर पहुंच सकेंगी.
विभाग द्वारा बमरौली-मनौरी खंड के तीनों रिले हट में हिटाची की इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग लगाया गया है. पावर सप्लाई के निर्बाध आपूर्ति के लिए इंटीग्रेटेड पावर सप्लाई सिस्टम लगाया गया है. सिग्नलिंग उपकरणों की विफलता की स्थिति में विफलता के कारणों का पता लगाने में अधिक समय न लगे व मानव श्रम की भी बचत हो, इसके लिए सिग्नलिंग उपकरणों के डाटा को एनालिसिस करने के लिए डेटालॉगर स्थापित किया गया है.
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इस कार्य के साथ बमरौली-मनौरी खंड के समपार फाटक संख्या 5 (सी) को ऑटोमैटिक सिग्नल प्रणाली के साथ इंटरलॉक करके समपार फाटक पर सड़क यातायात को और अधिक सुरक्षित बनाया गया है. इसके मैकेनिकल फाटक के स्थान पर अब विद्युत् संचालित फाटक लगाया गया है. ऑटो सिग्नलिंग कार्य के पूरा होने के साथ ही बमरौली – मनौरी खंड के बीच स्थित ब्लॉक हट – सी से सिग्नलिंग उपकरणों का सञ्चालन बंद हो गया है. इसके बंद होने से मंडल के लाखो रुपये की प्रति वर्ष बचत होगी. ऑटोमैटिक सिग्नल प्रणाली के उपलब्ध हो जाने से इस खंड की ट्रेन-परिचालन क्षमता बढ़ गई है.
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प्रयागराज स्टेशन मंडल के व्यस्ततम स्टेशनों में से एक है. डीसी ट्रैक सर्किट के फेल हो जाने पर इस स्टेशन से चलने वाली ट्रेनों के विलम्बन को हर हाल में रोकने के लिए सिग्नल विभाग ने योजनाबद्व तरीके से प्रयागराज स्टेशन के पूर्वी स्टेशन यार्ड में डी सी ट्रैक सर्किट के साथ MSDAC एक्सल काउंटर लगाया है. साथ ही, प्लेटफॉर्म संख्या 1, 2 तथा 5 के ट्रैक पर ड्यूल एक्सल काउंटर लगाया गया है.
पश्चिमी एवं मध्य यार्ड में एक्सल काउंटर लगाने का कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया है. इस कार्य से अब इस यार्ड में मानसून के दौरान जल जमाव से होने वाले ट्रैक सर्किट के विफलताओं पर विराम लग जाएगा. वहीं, बारिश के दौरान स्टेशन का यार्ड पानी से भर जाने से डी सी ट्रैक सर्किट विफल हो जाता था. इससे इस स्टेशन से होकर चलने वाली ट्रेनों का समय पालन बहुत बुरी तरह प्रभावित होता था. अब इस समस्या से भी निजात मिल सकेगा.
रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी, प्रयागराज