गोरखपुर. ” यूपी बजट 2023 ” में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर के लिये खजाना खुल गया है. तीन हजार करोड़ की भारी भरकम राशि से नया शहर गोरखपुर विकसित होगा. शहर में मेट्रो दौड़ेगी. सड़कें चौड़ी होंगी. आसपास के क्षेत्र में पर्यटकों को लुभाने के लिए गोरखनाथ मंदिर तक के विकास की रूपरेखा बनायी गयी है. रोजगार के नये अवसर पैदा करने के लिये गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर 200 करोड़ से इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जायेगा.
यूपी बजट 2023 में गोरखपुर और आसपास के कई जिलों को पर्यटन का हब बनाने की तैयारी है. पूर्वांचल के उन स्थानों पर पर्यटन की संभावनाएं देखी जा रही हैं जो प्राकृतिक अथवा धार्मिक नजरिये से खास हैं. उम्मीद है कि नया गोरखपुर के विकास के लिए धनराशि मिलते ही जमीन का अधिग्रहण शुरू कर दिया जायेगा. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे का काम लगभग 56 फीसद पूरा हो गया है.बजट में गोरखपुर मेट्रो के लिए 100 करोड़ दिये गये हैं. इससे मेट्रो रफ्तार पकड़ेगी.
गोरखपुर में गोडधोहिया नाला और रामगढ़ताल पर्यटन का नया केंद्र होगा . दोनों योजना की जमीन अधिग्रहण के लिये 650 करोड़ 10 लाख का आवंटन किया है. इसी योजना के चलते रामगढ़ताल की भी सूरत बदलने वाली है. ताल की जिद्दोद्वार,अवरोधन, डायवर्जन एवं शोधन की परियोजना को भी इसमें शामिल किया गया है. इससे ताल कि गंदे पानी को साफ करने में मदद मिलेगी ताल के किनारे रिंग रोड बनाने का भी प्रस्ताव है बजट के बाद इसे भी बल मिला है.
बजट में सरकार ने गोरखपुर में मेट्रो रेल परियोजना को 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. शहर से लेकर गांव तक की सड़क चौड़ी की जायेंगी. राज्य राजमार्गों के चौड़ीकरण और नए कामों को लेकर 2588 करोड़ 80 लाख प्रस्तावित है. इसमें गोरखपुर भी सीधे लाभान्वित होगा. गोरखपुर के मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया और असुरन से महाराजगंज तक फोरलेन बन रहा है. जेल बाईपास भी फोरलेन बनेगा. शहर की कई सड़कों के चौड़ीकरण में तेजी आयेगी. गोरखपुर में नकहा रेलवे क्रॉसिंग और खजांची चौराहे के पुल निर्माण को भी गति मिलेगी. ट्रांसपोर्ट नगर गोरखनाथ ओवरब्रिज , पीपीगंज से घाघसरा रेलवे क्रॉसिंग और राजघाट पर ग्रिल निर्माण भी प्रस्तावित है.
बजट में मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत गोरखधाम मंदिर आदि को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए 300 करोड़ का प्रावधान किया है. स्वदेश दर्शन योजना के तहत आध्यात्मिक सर्किट तैयार हो रहा है. इसमें पर्यटकों को लुभाने के लिए गोरखनाथ मंदिर, देवीपाटन शक्तिपीठ और डुमरियागंज भारत महादेव मंदिर को विकसित किया जा रहा है.