गोड्डा : पोड़ैयाहाट प्रखंड क्षेत्र के सुदूरवर्ती इलाके के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवदांड़ में एक भी चिकित्सक पदस्थापित नहीं है. इससे आसपास क्षेत्र के रोगी एवं ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मात्र तीन एएनएम है, जिसके भरोसे इलाज चल रहा है. सप्ताह में एक चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति की गयी है. बताया जाता है कि उक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो स्वीकृत पद चिकित्सकों के लिए है. लेकिन चिकित्सक नहीं होने की वजह से सुदूरवर्ती इलाके के लोगों को झोलाछाप डॉक्टर का सहारा लेना पड़ता है. वहीं, सिद्वाक, पिंडारी, जीतपुर, बाघमारा ,गढ़वन सहित अन्य दर्जनों गांव के लोगों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोड़ैयाहाट की दूरी 40 किलोमीटर से ज्यादा है एवं सदर अस्पताल की दूरी 50 किलोमीटर के लगभग है. ऐसे में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है, जबकि दो वर्ष पूर्व अस्पताल का उदघाटन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बड़ी तामझाम के साथ किया था और चिकित्सक देने की बात भी कही थी.
अस्पताल का निर्माण तो हो चुका है, लेकिन ग्रामीणों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है. क्योंकि अस्पताल में चिकित्सक नहीं हैं. इसके कारण सुदूरवर्ती इलाके के लोगों को झोलाछाप डॉक्टरों का सहारा लेना पड़ता है.
-नीलांबर कुमार, गोविंदपुर
जब से अस्पताल बना है, तब से ही स्थिति ज्यों का त्यों है. कभी-कभार अगर डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति भी की जाती है, एक महीने के अंदर वापस बुला लिया जाता है. विभाग की ओर से स्थिति में सुधार नहीं दिखता है.
– रिंकू मंडल, देवदांड़
क्षेत्र के लोगों को इलाज के लिए काफी दूरी तय करके पोड़ैयाहाट या सदर अस्पताल जाना पड़ता है. अगर इस अस्पताल में एक भी डॉक्टर सप्ताह में आ जाते तो लोगों को सहूलियत होती और लोग परेशानी से बचते.
– रिजवान अंसारी
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